बुढ़ा महादेव मंदिर से श्रद्धा-भक्ति से परिपूर्ण बाजे-गाजे और जयकारे के साथ निकाला भोरमदेव पदयात्रा
पदयात्रा में पूर्व कलेक्टरों सहित सभी आयु वर्ग के बच्चें, बूढ़े, जवान, अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, नागरिक और भक्त हुए शामिल
कवर्धा – हर साल की तरह इस वर्ष भी सावन महीने के प्रथम सोमवार को सबेरे 7 बजे बुढ़ा महादेव मंदिर से श्रद्धा-भक्ति से परिपूर्ण बाजे-गाजे और भोलेनाथ की जयकारों के साथ भोरमदेव पदयात्रा शुरू हुई। पदयात्रा में कबीरधाम जिले के पूर्व कलेक्टरों सहित सभी आयु वर्ग के बच्चें, बूढ़े, जवान, अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, नागरिक और भक्तगण शामिल हुए। यह पदयात्रा 11 बजे भोरमदेव मंदिर पहुंचा। पदयात्रा में विधायक श्री अशोक साहू, छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. सियाराम साहू, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, भोरमदेव मंदिर तीर्थ प्रबंध कार्यकारिणी समिति के सचिव श्री रतन सिंह एवं पदाधिकारीगण, जिले के पूर्व कलेक्टर श्रीमती आर. संगीता, श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, श्री पी.दयानंद, जिला पंचायत के पूर्व सीईओ डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, जिले के कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण, पुलिस अधीक्षक श्री लाल उमेद सिंह, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, अपर कलेक्टर श्री पी.एस. ध्रुव सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों-कर्मचारियों और नागरिकों ने भाग लिया। पदयात्रियों ने प्रफुल्लित मन से जयकारा लगाते हुए भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए पदयात्रा किया। पदयात्रियों के लिए रास्ते में पड़ने वाले गांवों में जल-पान की भी व्यवस्था की गई थी। जगह-जगह श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्प की पंखुडियां उडेलकर उनका स्वागत किया गया। स्कूली बच्चों द्वारा हाथ में तख्तियां लेकर स्वच्छता और साक्षरता का संदेश भी दे रहे थे। भोरमदेव पदयात्रा में नगरपालिका परिषद कवर्धा के अध्यक्ष श्रीमती देवकुमारी चंद्रवंशी, भोरमदेव मंदिर तीर्थ प्रबंध कार्यकारिणी समिति के सचिव श्री रतन सिंह, राज्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री संतोष पांडे, श्री रामकुमार भट्ट, श्री विजय शर्मा, भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के अध्यक्ष श्री भेलीराम चंद्रवंशी, श्री जसविंदर सिंह बग्गा, श्री सीताराम साहू, श्री रघुराज सिंह, श्री गोपाल साहू, श्री शिव अग्रवाल और विभिन्न स्वैच्छिक संस्थाओं के पदाधिकारी शामिल हुए। सावन महीने के प्रथम सोमवार को भोरमदेव मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं द्वारा वन विभाग और भोरमदेव मंदिर तीर्थ प्रबंध कार्यकारिणी समिति के सौजन्य से हरियर छत्तीसगढ़ योजना के तहत भोरमदेव मार्ग में दस एकड़ क्षेत्र में पौधा रोपण भी किया गया।