राजनांदगांव : कलेक्टर ने कूलर खुलवाये,देखा कहीं पल तो नहीं रहे डेंगू के लार्वा
औचक किया कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण,
सभी विभागों से ली अटेंडेंस की जानकारी
-कहा स्वच्छता पर पूरा दें ध्यान, स्कूलों में भी किया निरीक्षण, डेंगू पर जारी निर्देशों के पालन की वस्तुस्थिति देखने गए प्राइवेट स्कूल भी
राजनांदगांव : डेंगू की आशंका को लेकर प्रशासनिक अमला कितना अलर्ट है इसकी जानकारी के लिए आज कलेक्टर श्री भीम सिंह ने औचक कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण किया। यहाँ उन्होंने सभी कूलर खुलवा कर दिखवाये। केवल एक कूलर में थोड़ा सा पानी मिला। उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर केवल आफिस में ही नहीं, घर में भी पर्याप्त सावधानी रखें। उन्होंने जिलास्तरीय अधिकारियों से कहा कि ब्लॉक लेवल पर अपने अधिकारियों को भी इस संबंध में सावधान करें। कलेक्टर ने प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण भी किया। वे गुरुनानक हायर सेकेंडरी स्कूल पहुँचे। यहाँ प्राचार्य ने बताया कि उन्हें पूरी बांह वाले शर्ट-पेंट पहनने का डीईओ का आदेश मिला है। स्कूल में पहले से ही यूनिफार्म पूरी बांह वाली है। कलेक्टर ने यहाँ फुटबॉल ग्राउंड का निरीक्षण भी किया। यहाँ काफी पानी जमा हुआ था। प्राचार्य ने बताया कि बाहर निकासी में समस्या है इसलिए यहाँ पानी भर जाता है। कलेक्टर ने निगम अमले को बाहर की साफ-सफाई के निर्देश दिए तथा स्कूल प्रबंधन को आंतरिक साफ-सफाई के निर्देश दिए।
आधार सेंटर में केवल एक आपरेटर, जताई नाराजगी-
कलेक्टर ने आधार सेंटर का निरीक्षण भी किया। यहाँ लोगों ने बताया कि काफी देर से वे इंतजार कर रहे हैं लेकिन एक ही आपरेटर होने की वजह से काफी विलंब हो रहा है। बताया गया कि तीन आपरेटर में केवल एक आपरेटर ही मौके पर उपस्थित था। कलेक्टर ने इस पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि आधार जैसी आवश्यक सेवा में यदि कोताही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एक-एक टेबल का किया निरीक्षण, नजर नहीं आने पर पूछा कहाँ हैं-
कलेक्टर ने पूरे परिसर में घूमकर एक-एक टेबल पर काम कर रहे स्टाफ के काम की जानकारी ली। टेबल में नहीं होने पर कारण पूछा। उप संचालक सहकारिता में काफी कम स्टाफ दिखने पर उन्होंने अटेंडेंस मंगाई।
ट्राइबल विभाग में आए हितग्राहियों से पूछा क्या है समस्या-
कलेक्टर ने ट्राइबल विभाग में सामने खड़े लोगों से पूछा कि क्या समस्या है ? इनमें से कुछ लोगों ने बताया कि वे एडमिशन के लिए आए हैं। कलेक्टर ने कहा कि हॉस्टल की सभी सीटें भरी होनी चाहिए। उन्होंने सहायक संचालक आदिवासी विकास से सभी हॉस्टलों में सीटों के भरे होने की जानकारी ली।
शिक्षा विभाग के पास शौचालय में साफ-सफाई नहीं-
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि शिक्षा विभाग के पास के शौचालय में साफ-सफाई नहीं है। कलेक्टर ने कहा कि यह सभी विभाग प्रमुखों की जिम्मेदारी है कि अपने कार्यालय एवं आसपास की सफाई कराते रहें। इस संबंध में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गलियारों में रहे रोशनी-
कलेक्ट्रेट परिसर की प्रथम मंजिल में स्थित कार्यालयों में जाने के लिए बने गलियारे में रौशनी नहीं थी। कलेक्टर ने इन्हें रौशन करने कहा। साथ ही सीढ़ियों पर पड़े सामान को व्यवस्थित करने कहा। गार्डन में बेतरतीब उग आए घास साफ कराने के निर्देश भी उन्होंने दिए।