रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा बाल देखरेख संस्थाओं का निरीक्षण किया जा रहा है. इसी तारतम्य में आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने बैंगलुरू के एस.ओ.एस. बाल ग्राम के निवेदन पर संस्था का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान श्रीमती दुबे ने बच्चों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।
उन्होंने बाल गृह में बच्चों के साथ समय व्यतीत किया, जहाँ बच्चों ने उनसे अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि बाल गृह के बच्चे विकट परिस्थितियों में भी जीवन में कुछ बेहतर कार्य करने की इच्छा शक्ति के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस गृह के अधिकांश बच्चे अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ले रहें है और राष्ट्रीय स्तर पर खेलों के माध्यम से अपने प्रदेश व संस्था का प्रतिनिधित्व कर रहें हैं। बच्चों ने उन्हें बताया कि यहाँ घर जैसा वातावरण मिलने से शिक्षा ग्रहण करने और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी सहायता मिलती है। श्रीमती दुबे ने कहा कि बच्चों के लिए शिक्षा और खेल के साथ साथ कौशल उन्नयन के कार्यक्रम भी संचालित किये जाएँ, ताकि वो भविष्य में आत्मनिर्भर बनें इस दौरान श्रीमती दुबे ने दत्तक ग्रहण एजेंसी, मानसिक विकलांग केंद्र एवं शासकीय बालिका गृह का भी निरीक्षण किया और बच्चों के लिए किये जा रहें कार्यों की सराहना भी की। इस अवसर पर श्रीमती दुबे ने छत्तीसगढ़ में आयोग द्वारा बच्चों के लिए किये जा रहें नवाचारों की जानकारी देते हुए संदर्शिका भेंट की। इस अवसर पर कर्नाटक बाल अधिकार संरक्षण आयोग व एस.ओ.इस. बाल गृह के अधिकारी उपस्थित थे।