अगर बैरियर लूट-खसोट का अड्डा तो रमन सरकार ने 13 साल चलने क्यों दिया : अकबर
रायपुर-आरटीओ बैरियर को पूर्व सीएम डाॅ. रमन सिंह द्वारा लूट-खसोट का अड्डा बताने पर परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के साथ कांग्रेस ने हमला बोल दिया है। अकबर ने रमन से सवाल किया है कि यदि लूट-खसोट का अड्डा है तो फिर 13 साल तक क्यों चलने दिया?
उन्होंने पूर्व सीएम को और मेहनत करने की सलाह देते हुए कहा कि केवल बयान देने से कुछ नहीं होगा। वे सीएम के तौर पर असफल रहे हैं। अब खुद को विपक्ष के नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश में लगे हैं। अकबर ने कहा कि आरटीओ के बैरियर राज्य की सुरक्षा और राजस्व हानि रोकने के लिए हैं। बैरियर से राज्य को 200 करोड़ रुपए का राजस्व मिलेगा। आेवरलोडिंग पर रोक लगेगी। अकबर ने कहा कि कांग्रेस सरकार को पांच साल का जनादेश मिला है। हमने डेढ़ साल के कार्यकाल में ही 36 में से 22 वादे पूरे कर लिए हैं। अभी साढ़े तीन साल का कार्यकाल शेष है। उसमें सभी वादे पूरे कर लिए जाएंगे। अकबर ने रमन से कहा है कि भाजपा शासित राज्यों को भी बताएं कि यह लूट-खसोट के अड्डे हैं।
भाजपा शासित राज्यों में बंद कराएं बैरियर: त्रिवेदी
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि 15 साल तक इन लूट-खसोट केंद्रों से कितना हिस्सा किस-किसको मिला, यह पूर्व सीएम को बताना चाहिए? मध्यप्रदेश सहित अन्य भाजपा शासित राज्यों में बैरियर बंद कराने की पहल भी उन्हें करनी चाहिए। त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार बैरियर का इस्तेमाल लूट-खसोट तंत्र के रूप में नहीं, टैक्स चोरी रोकने, राज्य की सुरक्षा और ओवरलोडिंग रोकने के लिए करेगी। आरटीओ बैरियर से राजस्व बढ़ेगा। बैरियर के साथ-साथ वे-ब्रिज भी लगाया जा रहा है। इन बैरियरों में किसी गाड़ी को रुकना नहीं पड़ेगा।
15 साल में जो वादा पूरा नहीं कर पाए, वे हिसाब मांग रहे हैं: गांधी
कांग्रेस रिसर्च विभाग के अध्यक्ष इदरीश गांधी ने कहा कि 15 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी रमन सिंह अपना एक भी वादा पूरा नहीं कर पाए। वे 18 माह में 22 वादे पूरे करने वाली कांग्रेस सरकार से हिसाब मांग रहे हैं। गांधी ने कहा कि रमन सिंह को पहले खुद को देखें। इसके बाद उन्हें भूपेश सरकार से सवाल पूछना चाहिए। यदि वे अपना वादा पूरा करते तो वे 15 सीट में ही नहीं सिमट जाते। गांधी ने कहा कि रमन न तो अच्छे सीएम बन पाए न ही अच्छे विपक्ष की भूमिका निभा पा रहे हैं। उन्हें अपना सलाहकार बदल लेना चाहिए।