बेमेतरा : हॉकी के जादूगर के नाम से मशहूर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस को खेल दिवस के रुप में मनाया जाता है। जिला बेमेतरा में भी कलेक्टर श्री महादेव कावरे के कुशल मार्गदर्शन एवं जिला शिक्षा अधिकारी के सहयोग से शासकीय पं. जवाहर लाल नेहरु महाविद्यालय खेल मैदान बेमेतरा में नागरिक इलेवन तथा अधिकारी इलेवन के बीच फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन कर खेल दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा ने किया, वहीं समापन में विधायक अवधेश सिंह चंदेल, नगर पालिका उपाध्यक्ष विजय सुखवानी, राजेन्द्र शर्मा, श्री नामदेव के आतिथ्य में किया गया। प्रतियोगिता के दरमियान कलेक्टर महादेव कांवरे, पुलिस अधीक्षक एच. आर.मनहर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस. आलोक तथा जिला शिक्षा अधिकारी ए.के.भार्गव ने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन हेतु समारोह में शामिल हुए। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी। अतिथियों द्वारा मेंजर ध्यानचंद के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया, पश्चात खिलाड़ियों का परिचय अतिथियों द्वारा एवं दोनो दलों को किट वितरण कर प्रतियोगिता प्रारंभ किया गया। निर्णायक की भूमिका महाविद्यालय के खेल अधिकारी अविनाश अग्लावे ने किया। प्रतियोगिता में नागरिक इलेवन तथा अघिकारी इलेवन के बीच मैच दो-दो गोल से बराबरी पर छुटा पश्चात शुट आउट से अधिकारी इलेवन ने 3-0 से जीत दर्ज किया।
समापन के अवसर पर पधारे राजेन्द्र शर्मा ने अपने उद्बोधन में जीवन में खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसे पाठ्यक्रमों में भी रखा गया है, शासन भी खेल को बढ़ावा देने नयी -नयी योजना से खेल प्रतिभाओं को आगे आने का सु-अवसर प्रदान कर रहा है। आपने एशियाड ओलम्पिक का जिक्र करते हुए कहा कि बहुत से खेलों में खिलाड़ियों ने भारत का नाम रोशन किया। हमारे खेल शिक्षक खिलाड़ियों को तराशने का काम लगातार करते आ रहे है, वहीं खेल एवं युवा कल्याण विभाग ऐसे आयोजन कर खिलाड़ियों में नयी उर्जा का संचार कर रही है। आर्थिक दृष्टि से कमजोर खिलाड़ियों को सहयोग प्रदान कर उनके प्रतिभा को निखारने में सहयोग की जरुरत है।आयोजन में आये सभी खिलाडियों को खेल दिवस की शुभकामनाएं दिये।
विधायक श्री चंदेल ने मेजर ध्यान चंद के बारे में बताते हुए कहा कि मैं सभी खिलाड़ियों का आव्हन करता हूं कि राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन तभी सफल माना जायेगा जब इस जिले से मेजर ध्यानचंद जैसे भारत का नाम रोशन करे। हमें सम्मान के पीछे नहीं दौड़ना है, बल्कि अपने लगन और परिश्रम के पीछे दौड़ना है। जब तक हमें भारत देश के नाम से न जाना जा सके। आज हम उस युग में जी रहे हैं, जहां कैमिकल्स एवं प्रदुषण का दौर है, ऐसे में इससे लड़ने एकमात्र विकल्प है। हम मैदान की ओर चलें, चाहे कोई भी खेल हो आपको खेलना है। आज आप लोगों ने खिलाड़ी भावना के साथ खेल का प्रदर्शन किए इसलिए दोनो टीमों के साथ-साथ उन तमाम लोगों को भी बधाई जिन्होने इस आयोजन में सहभागिता दिये।