रायपुर : छत्तीसगढ़ में इस साल लगभग 45 लाख 86 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोनी हो गई है। राज्य सरकार के कृषि विभाग ने 48 लाख 20 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोआई करने का कार्यक्रम बनाया गया है। इस प्रकार अभी तक 95 प्रतिशत बोनी पूरी कर ली गई है।
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में खरीफ मौसम में अनाज, दलहन, तिलहन और साग-सब्जियों की खेती होती है। अनाज फसलों में सबसे अधिक धान की खेती की जाती है। इस साल अभी तक लगभग 40 लाख हेक्टेयर में धान की बोनी पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने बताया कि अनाज फसलों में धान के अलावा मक्का, कोदो, कुटकी और अन्य लघुधान्य फसलें भी लगाई जाती है। श्री अग्रवाल ने बताया कि इस साल 3 लाख 86 हजार 800 हेक्टेयर में अरहर, उड़द, मूंग, कुल्थी आदि दलहन फसलों की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरूद्ध 2 लाख 72 हजार 660 हेक्टेयर में दलहनी फसलें बोई जा चुकी है। लगभग 2 लाख 24 हजार हेक्टेयर में तिलहनी फसलों की बोनी भी हो गई है। तिलहनी फसलों में मूंगफली, सोयाबीन, तिल, रामतिल, सूरजमुखी, अरण्डी बोई जाती है। रेशे वाली फसलों और साग-सब्जी बोने के लिए 01 लाख 43 हजार 500 हेक्टेयर रकबा निर्धारित किया गया था। अभी तक एक लाख 25 हजार 150 हेक्टेयर में रेशे वाली फसलें और साग-सब्जियों की खेती हो गई है।