रायपुर : स्वास्थ्य मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने दुर्ग जिले के कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम प्रशासन एवं भिलाई स्टील प्लांट के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर कामकाज की समीक्षा की। श्री चन्द्राकर ने अधिकारियों से डेंगू के बचाव के लिए किए जा रहे प्रभावी प्रयासों और कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्हांेने कहा कि हर-हाल में डेंगू के प्रभाव को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए तत्परता और समन्वय के साथ कार्य किया जाए। जिससे लोगों की जान की रक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि डेंगू के इलाज के लिए शासन द्वारा जो भी संसाधन और सुविधा की आवश्यकता है। तत्काल प्रस्ताव बनाकर भेजें ताकि समय पर उचित सुविधा उपलब्ध कराया जा सके।
मंत्री श्री चन्द्राकर ने कहा कि डेंगू को समाप्त करने के लिए लोगों में जागरूकता और सतर्कता की भी बड़ी आवश्यकता है। इसके लिए लोगों को जागरूक और सतर्क करना चाहिए। उन्होंने इस दौरान जिला में डेंगू के उपचार के लिए अधिकृत शासकीय और निजी अस्पतालों की भी जानकारी ली। साथ ही इन अस्पतालों में डेंगू के उपचार के लिए की गई व्यवस्था तथा संसाधन की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि डेंगू के उपचार के लिए निर्धारित अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में अतिरिक्त बिस्तर और दवाई का भण्डारण रखा जाए। किसी भी दशा में उपचार के नाम पर मरीजों को परेशानी ना हो, इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें। स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू के रक्त परीक्षण के लिए सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में आर-किट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डेंगू के मरीजों को तत्काल राहत और उपचार कराने के लिए जिले में स्थापित कंट्रोल रूम की जानकारी लेकर कंट्रोल रूम में सूचना आने पर तत्काल संबंधित मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ-साथ उनके संपूर्ण उपचार की व्यवस्था कराने कहा है। उन्होंने कंट्रोल रूम के संचालन के संबंध में कहा कि यहां चौबीसों घंटे कर्मचारी की ड्यूटी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग सहित अन्य निर्माण एजेंसियों को निर्माणाधीन विकास कार्यों के आस-पास साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करने तथा पानी का जमाव को रोकने की दिशा में आवश्यक कार्यवाही करने कहा है। नगर निगम के आयुक्तों को प्रभावित क्षेत्रों और वार्डों में निवासरत् लोगों की उपचार हेतु पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
राजस्व मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने डेंगू के बचाव के लिए लोगों में सहज-समझ पैदा करने का सलाह दिया। उन्हांेने कहा कि लोगों के बीच संदेश पहुंचे कि वर्तमान स्थिति में लगातार दो-तीन दिन से बुखार होने की दशा में डेंगू का जांच कराया जाए। साथ ही डेंगू के संक्रमण और फैलाव को रोकने के लिए प्रारंभिक तौर पर इसके बचाव के लिए लोगों को जनजागरूकता के साथ आगे आने पर भी भागीदार बनाने कहा। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराकर इसके संक्रमण को रोका जा सकता है। साथ ही साथ साफ-सफाई के कार्य में जागरूकता के साथ निरंतरता बनाए रखने पर जोर दिया।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने बैठक में कहा कि संक्रमित क्षेत्रों में सक्रियता के साथ साफ-सफाई की विशेष आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि फांगिंग से धुंआ मुख्य सड़कों अतिरिक्त वार्डों के गलियों में भी फांगिंग करने कहा। उन्होंने कहा कि बारिश की पानी से फैली गदंगी और कीचड़ की साफ-सफाई करने पर बल दिया। वैशाली नगर विधायक श्री विद्यारतन भसीन ने कहा कि साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था करने के साथ ही नियमित रूप से सफाई करते रहना चाहिए। बैठक में स्वास्थ्य सचिव श्रीमती निहारिका बारिक, स्वास्थ्य आयुक्त श्री आर. प्रसन्ना, संचालक स्वास्थ्य सेवा और महामारी डॉ. आर.आर.साहनी, कलेक्टर श्री उमेश अग्रवाल, सी.ई.ओ. जिला पंचायत श्री गौरव सिंह, नगर निगम के आयुक्तगण सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, भिलाई स्टील प्लांट के सी.ई.ओ. श्री एम. रवि उपस्थित थे।