रायपुर : केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के उपक्रम नारियल विकास बोर्ड कोची (केरल) द्वारा विश्व नारियल दिवस 2 सितम्बर 2018 को राजधानी रायपुर में ‘बेहतर स्वास्थ्य, समृद्धि और खुशहाली के लिए नारियल’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। नारियल विकास बोर्ड के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह इस संगोष्ठी का शुभारंभ करेंगे। छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल संगोष्ठी के शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता करेंगे। कार्यक्रम में रायपुर लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस, बस्तर लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप, धरसींवा विधायक श्री देवजी भाई पटेल, कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारी श्री एस.के. पटनायक तथा छत्तीसगढ़ के कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री सुनील कुजूर भी उपस्थित रहेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि एशिया पैसिफिक कोकोनट कम्यूनिटी (एपीसीसी) के गठन दिवस की याद में हर वर्ष दो सितम्बर को विश्व नारियल दिवस मनाया जाता है। एपीसीसी 18 देशों का एक अन्तर-शासकीय संगठन है। यह संगठन एशिया पैसिफिक क्षेत्र में नारियल संबंधी विकास की गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा सदस्य देशों के बीच समन्वय और सामंजस्य स्थापित करके अधिक से अधिक आर्थिक विकास करने के लिए प्रयासरत है। भारत एपीसीसी का संस्थापक सदस्य देश है। नारियल विकास बोर्ड के तत्वावधान में भारत के नारियल उत्पादक राज्यों में हर वर्ष बारी-बारी से विश्व नारियल दिवस मनाया जाता है।
राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में राज्य शासन के उद्यानिकी विभाग के सहयोग से आयोजित इस संगोष्ठी में देश के नारियल उत्पादक राज्यों से लगभग 500 नारियल किसान शामिल होंगे। इस अवसर पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें नारियल की खेती की नवीनतम तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा। संगोष्ठी के शुभारंभ के बाद डॉ. पी.चौडप्पा, निदेशक, केन्द्रीय रोपण फसल अनुसंधान संस्था कासरागोर्ड,केरल तथा श्री सरदिंदु दास, मुख्य नारियल विकास अधिकारी, नारियल विकास बोर्ड की अध्यक्षता में संगोष्ठी के विषय पर तकनीक सत्र का आयोजन किया जाएगा।
बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के 12 जिलों के एक हजार 561 हेक्टेयर में नारियल की खेती की जाती है। राज्य में हर साल लगभग एक करोड़ 26 लाख नग से अधिक नारियल का उत्पादन होता है। छत्तीसगढ़ में कोण्डागांव, जगदलपुर, धमतरी और कांकेर प्रमुख नारियल उत्पादक जिले हैं। नारियल विकास बोर्ड कोची द्वारा छत्तीसगढ़ के नारियल उत्पादक किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत तीन साल में 91 लाख 38 हजार रूपए की वित्तीय सहायता दी गई है। बोर्ड द्वारा कोण्डागांव में एक सौ एकड़ क्षेत्र में प्रदर्शन सह बीज उत्पादन फार्म भी स्थापित किया गया है। इस फार्म में एकीकृत कीट-रोग पोषण-प्रबंधन के साथ-साथ लीची, आम, अमरूद, नींबू, काजू, कालीमिर्च, कोको, कॉफी आदि अन्तरफसलों की एकीकृत खेती के अलावा आधुनिक तरीके से नारियल की खेती का प्रदर्शन किया जाता है। फार्म में क्षेत्र की जलवायु के अनुकूल विभिन्न गुणवत्तापूर्ण किस्मों के नारियल पौधे तैयार किए जाते हैं। अधिकारियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी नारियल की खेती के विस्तार की संभावनाएं हैं।
नारियल विकास बोर्ड कोची के अध्यक्ष एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डॉ. राजू नारायण स्वामी संगोष्ठी के शुभारंभ समारोह में स्वागत भाषण देंगे। संचालक उद्यानिकी, छत्तीसगढ़ शासन श्री नरेन्द्र पाण्डेय समारोह के अन्त में धन्यवाद ज्ञापित करेंगे।