कोण्डागांव : कार्यालय उप संचालक कृषि कोंडागांव द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार खरीफ फसल धान में वर्तमान समय में लगातार बारिश से तापमान में परिवर्तन के फलस्वरुप गंगई, कीट तना छेदक तथा व्याधि ब्रास शीट प्राइस तथा लीफ ब्लाइट जैसे कीटो का प्रकोप फसलों के निरीक्षण के दौरान पाई जा रही है। धान फसल मे उपरोक्त कीट/व्याधि के प्रबंधन हेतु कृषको को प्रति एकड़ 20-25 टी आकार के स्टेण्ड खेतो मे स्थापित करना, कीट व्याधि ग्रसित खेतो मे युरिया उर्वरक का छिड़काव पूर्णत रोककर पोटाश उर्वरक 10-15 किलोग्राम प्रति सेकेण्ड छिड़काव करना है तथा कीट प्रबंधन हेतु पीप्रोनील 5 प्रतिशत 2 मिली पानी मे व व्याधि ब्लास्ट हेतु ट्राइसाईक्लोएजाल 75 प्रतिशत डब्लूनी दवा 1.5 ग्राम प्रति लीटर पानी मे तथा शीथ ब्लाइट हेतु हेक्साकॉनेजॉल 5 प्रतिशत ईसी दवा 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी मे घोलकर सांयकाल छिड़काव उपरांत 48 घण्टे तक खेत के पानी को रोककर रखें।