जिले के 19 शिक्षक शिक्षादूत एवं ज्ञानदीप पुरस्कार से हुए सम्मानित
मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अंलकरण समारोह सम्पन्न
कोण्डागांव : 05 सितम्बर शिक्षक दिवस के अवसर पर जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभागार में जिले के 19 शिक्षकों को शिक्षादूत एवं ज्ञानदीप पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक मोहन मरकाम, अध्यक्ष जिला पंचायत देवचंद मातलाम, जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, समन्वयक परमजीत संघे, आर.के.जैन सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्य अतिथि विधायक मोहन मरकाम ने कहा कि शिक्षकों पर पीढ़ियों के साथ-साथ राज्य निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने बताया कि शिक्षक दिवस स्वर्गीय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जैसे महान चिंतक, दार्शनिक, लेखक और आदर्श शिक्षक को समर्पित है, जिन्होंने अपने चिंतन और लेखन के जरिये देश और दुनिया को हमेशा सही रास्ते पर चलने की शिक्षा दी। शिक्षक दिवस हमें एक ओर जहां स्वर्गीय डॉ. राधाकृष्णन के महान व्यक्तित्व और कृतित्व की याद दिलाता है, वहीं यह दिवस राष्ट्र और समाज के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करता है। किसी भी छात्र के लिए घर-परिवार के बाद उसके भविष्य निर्माण में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान होता है। उन्होंने उपस्थित शिक्षको से आग्रह किया कि वे अपने शालाओं की ग्रेडिंग के सुधार के लिए उत्तरोत्तर प्रयास करे।
समारोह को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष जिला पंचायत देवचंद मातलाम ने कहा कि जिले के लिए गौरव की बात है कि आज यहां अपने कार्य क्षेत्र में प्रेरणादायक भूमिका निभाने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है। शिक्षकों की मेहनत से राज्य की शिक्षा व्यवस्था लगातार पूर्व से बेहतर होती जा रही है। राज्य के अच्छे शिक्षकों को विकासखंड, जिला और राज्य स्तर पर सम्मानित करने के लिए शिक्षक गौरव अलंकरण की योजना वास्तव में सराहनीय है।
तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा पर फोकस करे शिक्षकगण – कलेक्टर
जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने इस अवसर पर कहा कि चूंकि शिक्षक छात्रों की शिक्षा का गुरुत्तर दायित्व का वहन कर रहे है अतः वर्तमान युग की आवश्यकताओं को देखते हुए वे तकनीकी, व्यवसायिक एवं रोजगारपरक शिक्षा से जोड़ने का प्रयास करें। क्योंकि एक अच्छे शिक्षक द्वारा दी गई शिक्षा एवं सलाह छात्रों को आजीवन याद रहता है। अतः उन्हें अपनी छात्रों के उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए समर्पित होकर अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करते रहना चाहिए। उन्होंने जिले में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के विषय में कहा कि जिले के प्रत्येक शालाओं में पांचवी, छठवी एवं आठवी के छात्रों की प्रत्येक सोमवार को परीक्षाऐं लेने का निर्देश दिया गया है। जिससे उनके अध्ययन स्तर में सुधार आया है। इसके अलावा शालाओं में हर महीने के अंतिम शनिवार को बालक-पालक सम्मेलन का भी आयोजन किया जा रहा है जहां पालक अपने बच्चों की पढ़ाई के बारे में खुलकर शिक्षकों से चर्चा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अंलकरण समारोह के अंत में पवन कुमार साहू, श्रीमती मधु तिवारी, भुनेश्वर सिंह ठाकुर, श्रीमती आशा अग्रवाल, शत्रुघन गंधर्व, सुश्री कविता नाग, श्रीमती सरिता कुरेटी, धरम सिंह नेताम, दल्लूराम नाग, अनिल नेताम, प्रकाश नेताम, विश्वनाथ मरकाम, खगेन्द्र बरमन, विकास नेताम, लोचन नेताम को शिक्षादूत तथा श्रीमती सोसम्मा पिटर, श्रीमती शकुंतला कुदराम और श्रीमती विजया बाजपई को ज्ञानदीप पुरस्कार से शॉल और श्रीफल एवं नगद राशि देकर सम्मानित किया गया।