छत्तीसगढ़सुकमा

अन्दरूनी क्षेत्रों में शासकीय सेवाओं का विस्तार

सुकमा: सुकमा जिला की विषम परिस्थितियों के मध्य कोंटा विकासखण्ड में विभिन्न विभागों के जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले कर्मचारियों ने अपनेकत्र्तव्य के प्रति समर्पित होकर कार्य कर रही है। जिला का कोंटा विकासखंड में सबसे बड़ी समस्या नक्सल गतिविधियों के कारण अधिकाश कर्मचारीअपने मूल कर्तव्य स्थल पर जाने से कतराते थे या कत्र्तव्य में उपस्थित नहीं होते थे परन्तु वर्तमान परिस्थितियों में परिवर्तन आना शुरू हुआ है।  यहजिला प्रशासन की प्राथमिकता रही कि कर्मचारी कत्र्तव्य स्थल पर जा कर अनिवार्य रूप से सेवाएँ दें।

        इसी प्रयास में स्वास्थ्य विभाग की कुछ एएनएम, महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रभारी परियोजना अधिकारी एवं कुछ सेक्टर पर्यवेक्षक नेकोंटा विकासखंड के अंदरूनी इलाको में जाकर आपनी विभाग की सेवाओं को पहुंचाया है कोंटा के चिंतागुफा, चिन्तलनार, चिमलीपेंटा, जगरगुंडाकिस्टाराम, गोलापल्ली जैसे सुदूर इलाकों में पहूँच कर हितग्राहियों को सेवाएं प्रदाय की जा रही है।

        एएनएम द्वारा इन इलाको ने नदी नालों को पर कर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदाय कर रही है उसी प्रकार सेक्टर पर्यवेक्षक भी आबां केन्द्रों में जा कर केंद्रकी सम्पूर्ण सेवाए की जांच कर रही है जिसमे रेडी-टू-ईट, गर्म भोजन की विशेष रूप से जांच कर हितग्राहियों को लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है

        जिला प्रशासन द्वारा जिले में एएनएम की कमी को देखते हुए जिला खनिज निधि मद से करीब60 लोगों की नियुक्ति की गई हैं। जो किअधिकांशताः मूल सुकमा जिले के नर्सिंग कोर्स किए हुए युवा हैं। ये लोग अन्दरूनी इलाकों में बेझिझक जाकर स्वास्थ्य सेवाएं दे रही हैं। उसी प्रकारप्रशासन के द्वारा रेडी-टू-ईट आंबा केन्द्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा हैं, जिसमें रेडी-टू-ईट निर्माता स्व-सहायता समूह द्वारासेक्टर मुख्यालय तक पहुंचाया जाता हैं, सेक्टर मुख्यालय सह वितरण केन्द्र से आंबा केन्द्रों तक पहंचाने के लिए संबंधित ग्राम के ग्रामीणजनों एवंजनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जा रहा हैं। वितरण केन्द्र से आंबा केन्द्र तक सामाग्री पहुंचाने के लिए वाहन का किराया कलेक्टर श्री जय प्रकाशमौर्य द्वारा खनिज निधि मद से राशि देने की सहमति दी गई हैं।

cgnewstime

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