मुख्यमंत्री ने महासमुंद में किया 254 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
महासमुंद में केनाल लिंक रोड के लिए 10.50 करोड़ रूपए की मंजूर
बागबाहरा में बनेगा आईटीआई का नया भवन
रायपुर : मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि गांव, गरीब, किसानों की बेहतरी के लिए राज्य सरकार द्वारा पिछले 15 वर्षों में किए गए कार्यों से प्रदेश में विकास की बुनियाद तैयार हुई है। इस बुनियाद पर अटल दृष्टि पत्र के अनुरूप वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ के विकास की बुलंद इमारत तैयार होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ वर्ष 2025 तक देश के सबसे विकसित राज्यों में शामिल होगा। छत्तीसगढ़ का सकल घरेलू उत्पाद आज की तुलना में दोगुना होगा। हर गांव में सड़क और इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य की और भी बेहतर सुविधाएं होंगी। छत्तीसगढ़ में रेल कनेक्टिविटी का विस्तार होगा और बड़े शहर एयर कनेक्टिविटी से जुड़ेंगे।
मुख्यमंत्री आज प्रदेशव्यापी अटल विकास यात्रा के दौरान जिला मुख्यालय महासमुंद में आयोजित विशाल आमसभा को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विकास यात्रा छत्तीसगढ़ के निर्माता और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गरीब परिवारों को एक रूपए किलो में चावल देने की मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना, पीढ़ियों के लिए तैयार की गई है। आने वाले समय में भी छत्तीसगढ़ में कोई भूखा नहीं सोएगा। डॉ. सिंह ने इस अवसर पर महासमुंद में नहर लिंक सड़क के निर्माण के लिए दस करोड़ 50 लाख रूपए की स्वीकृति की घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही इस क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी यह मांग पूरी हो जाएगी। डॉ. सिंह ने बताया कि बागबाहरा की स्वागत सभा में वहां के आईटीआई के नये भवन की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने महासमुंद जिले की श्रीमती लक्ष्मी साहू को संचार क्रांति योजना (स्काई) योजना के तहत दस लाखवां स्मार्टफोन वितरित किया।
डॉ. सिंह ने महासमुंद की आमसभा में लगभग 254 करोड़ रूपए की लागत के 45 विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने इनमें से 218 करोड़ 37 लाख रूपए की लागत से नये स्वीकृत 33 कार्यों का शिलान्यास और लगभग 36 करोड़ रूपए की लागत के 12 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। डॉ. सिंह ने केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को सामग्री और सहायता राशि के चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महासमुंद मेहनतकश किसानों का जिला है। जब किसान के पसीने की बूंद गिरती है, तो धान का दाना पैदा होता है। किसानों के परिश्रम को सम्मान दिलाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने धान के समर्थन मूल्य में 200 रूपए की वृद्धि की है। राज्य शासन द्वारा एक नवम्बर से शुरू हो रही समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के साथ किसानों को धान बोनस की राशि का भुगतान करने का फैसला किया है। धान खरीदी केन्द्रों में धान की बिक्री के समय ही किसानों के खाते में धान के समर्थन मूल्य के साथ बोनस की राशि जमा कर दी जाएगी। किसानों को धान की किस्म के अनुसार साधारण धान पर प्रति क्विंटल 2050 रूपए और ग्रेड-ए धान पर प्रति क्विंटल 2070 रूपए का मूल्य मिलेगा। किसानों को खेती-किसानी के लिए सहकारी बैंकों से बिना ब्याज का ऋण देने की व्यवस्था की गई है। किसानों को पांच हार्स पावर तक के एक से अधिक सिंचाई पम्पों पर भी फ्लेट रेट पर बिजली बिल भुगतान की सुविधा दी जा रही है। सिंचाई पम्पों को बिजली कनेक्शन देने के लिए एक लाख रूपए का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 12 लाख गरीब परिवार जिन्हें 40 यूनिट तक निःशुल्क बिजली दी जा रही है, उन्हें बिजली की ज्यादा खपत होने पर फ्लेट रेट पर बिजली बिल भुगतान की सुविधा दी जा रही है।
डॉ. सिंह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में विकास दिखता है। गरीब परिवारों की 36 लाख महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में रसोई गैस, सिलेण्डर और चूल्हे मिले, कच्चे मकानों में रहने वाले चार लाख गरीब परिवारों को पक्के मकान मिले उनके घर में शौचालय, बिजली कनेक्शन और रसोई गैस का इंतजाम हुआ। यदि विकास देखना है तो ऐसे गरीब लोगों के घरों में जाकर विकास देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहण की दर 450 रूपए से बढ़ाकर 2500 रूपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को 750 रूपए का बोनस बांटा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सौभाग्य योजना के अंतर्गत सात लाख 40 हजार घरों में बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महासमुंद जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एक लाख 42 हजार परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए गए हैं। इस अवसर पर पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री दयालदास बघेल लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, लोकसभा सांसद श्री चंदूलाल साहू, संसदीय सचिव श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, विधायक सर्वश्री चुन्नीलाल साहू, रामलाल चौहान और डॉ. विमल चोपड़ा, छत्तीसगढ़ राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर साहू, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिवरतन शर्मा और क्रेडा के अध्यक्ष श्री पुरन्दर मिश्रा सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण इस अवसर पर उपस्थित थे।