उत्तर बस्तर (कांकेर) : राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में 10 सितंबर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जाना है । कलेक्टर सुश्री रानू साहू ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जे.एल. उईके को निर्देश देते हुये कहा कि 1से 19 वर्ष तक के समस्त बच्चों को कृमि नाशक की गोली खिलाई जाएगी, तथा जो बच्चें 10 सिंतबर को कृमि नाशक की गोली खाने से वंचित रह जाएगें उन्हें 14 सितंबर 2018 मॉप अप दिवस के दिन गोली खिलाई जाएगी। जिले में कुल 2480 शासकीय विद्यालय, 212 निजी विद्यालय, 5 शासकीय महाविद्यालय, 3 आईटीआई, 1 पॉलिटेक्निक कॉलेज एवं 2 हजार 41 आंगनबाडी केन्द्र है जिनमें लक्षित बच्चों की संख्या 3 लाख 5 हजार है जिसमें 1 वर्ष से 5 वर्ष तक 84 हजार 7 पंजीकृत एवं शाला त्यागी लक्षित बच्चें है, जिनको आंगनबाड़ी केन्द्रों मे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा कृमि नाशक दवा खिलाई जाएगी, तथा शाला त्यागी बच्चों को मितनिनों द्वारा चिन्हाकित कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से कृमि नाशक गोली खिलाई जाएगी। 6 से 19 वर्ष तक के लक्षित बच्चों की संख्या 2 लाख 18 हजार 875 है, जिन्हें समस्त शासकीय अर्धशासकीय, अनुदान प्राप्त शालाओं, केन्द्रीय विद्यालय नवोदय विद्यालय, मदरसा, निजी स्कूलों, आईटीआई तथा कॉलेजो के प्रथम वर्ष के बच्चों को नोडल शिक्षकों के माध्यम से कृमि नाशक दवा खिलाई जाएगी। आम तौर पर 1 से 19 वर्ष तक के स्कूल जाने वाले बच्चें तथा स्कूल न जाने वाले बच्चें मे कृमि संक्रमण का खतरा रहता है। जो अस्वच्छता के कारण फैलता है। कृमि 3 प्रकार के होते है जिनमे राउंड कृमि, विहप कृमि एवं हुक कृमि, कृमि संक्रमण से बच्चों की मानसिक तथा शारीरिक विकाश में बाधा हो सकती है। कृमि संक्रमण के कारण बच्चें अकसर बिमार होते है। जिससे पढ़ाई में ध्यान कम लगा पाते है तथा भविष्य में उनके कार्यक्षमता में प्रभाव पड़ता है। एल्बेंडाजोल गोली 4000उह कृमि नियंत्रण का सबसे आसान उपाया है, जिसे 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली चुरा कर के एवं 2 से 3 वर्ष के बच्चों को पूरी एक गोली चुरा कर के तथा 3 से 19 वर्ष के बच्चों की पूरी गोली चबाकर खिलानी है। जिले मे शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, तकनीकि शिक्षा विभाग आदिमजाति तथा अनुसूचित जाति विभाग के समन्वयन से कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु विकासखण्ड स्तर पर सभी नोडल शिक्षक, सेक्टर सुपरपाइजर, आंगनबाडी कार्यकर्ता तथा मितानिनों का प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में कार्यक्रम के आयोजन हेतु समस्त तैयारियां पूर्ण कर लिया गया है।