मुख्यमंत्री ने किया ‘आईएएनसीओएन-2018’ का शुभारंभ
रायपुर- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शाम राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में न्यूरोलॉजिस्ट चिकित्सकों और वैज्ञानिकों के चार दिवसीय राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन ‘आईएएनसीओएन-2018’ का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है कि न्यूरोलॉजिस्टों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में किया जा रहा है। जिसमें देश-विदेश के 1400 न्यूरोलॉजिस्ट शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में शामिल हो रहे सभी चिकित्सकों और वैज्ञानिकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस नये राज्य ने गठन के बाद 18 वर्षों में छत्तीसगढ़ पिछड़ेपन, पलायन और क्षेत्रीय असंतुलन जैसी चुनौतियों से उबरकर आज देश के तेजी से विकसित हो रहे राज्य की पहचान बनाने में सफलता पायी है। उन्होंने कहा कि खनिज और वन संसाधनों से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ में लगभग 26 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। आने वाले 20 वर्षों तक प्रदेश में विद्युत कटौती की संभावना नहीं है। छत्तीसगढ़ के सबसे पिछड़े समझे जाने वाले दंतेवाड़ा, बीजापुर जैसे जिले तेजी से आगे बढ़ रहा है। दंतेवाड़ा में 26 चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहां के जिला अस्पताल में मॉडुलर ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है। मुख्यमंत्री खाद्य सुरक्षा योजना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया िकइस योजना में प्रदेश के 55 लाख गरीब परिवारों को एक रुपए प्रति किलो पर चावल, निःशुल्क नमक और पांच रुपए किलो की दर पर चना दिया जा रहा है। प्रदेश में कुपोषण, शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर कम करने में स्वास्थ्य सेवाओं और आंगनबाड़ी की योजनाओं के साथ इस योजना का भी महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश में कुपोषण की दर 55 प्रतिशत से घटकर 32 प्रतिशत रह गयी है। माता के सुपोषित होने से शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर के सूचकांक में भी काफी सुधार हुआ है। इस अवसर पर उन्होंने न्यूरोलॉजी पर प्रकाशित अनेक प्रकाशनों का विमोचन किया। इस अवसर पर भारतीय न्यूरोलॉजिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एस. थामस सहित डॉ. शैलेन्द्र जैन, डॉ. गगनदीप सिंह, डॉ. संजय शर्मा सहित एसोसिएशन के अनेक पदाधिकारी, चिकित्सक और वैज्ञानिक उपस्थित थे।