प्रत्यासी चयन पर बोले जाती के आधार पर नही, जितने वाले प्रत्यासी को दिया जायेगा टिकट, चाहे कहि से भी लाना पड़े
कवर्धा- छत्तीसगढ़ में चुनावी घोषणापत्र तैयार करने के लिए कांग्रेस मैदान से लेकर पहाड़ तक चढ़ी और अब पाताल में भी उतर गई है। घोषणापत्र तैयार करने की जिम्मेदारी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव की है कांग्रेस उन सभी जगहों पर पहुंच रही है जहां जनता की समस्याओं को समझने की गुंजाइश है। इसी आधार पर इस बार जमीनी घोषणापत्र बनाने की कवायद की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस बहुत कुछ पहली बार कर रही है। चाहे वह संगठन का बूथ स्तर तक विस्तार हो या प्रत्याशी चयन का फॉर्मूला या फिर चुनावी घोषणापत्र तैयार करने की मशक्कत।
इस बार घोषणापत्र के मुद्दे जुटाने के लिए कांग्रेस ने लगभग सभी जिलों मैदानी इलाकों गांवो की यात्रा की। कवर्धा जिला पहुंचे तो सिंहदेव कवर्धा जिले के पंडरिया विधान सभा के वनांचल भी गए जहाँ विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के लोग रहते है उनका हाल चाल जाना उनके रहन सहन संस्कृति को देखने के बाद उनसे भी रायशुमारी की बैगा समुदाय के लोगो के बीच जमीन में बैठकर भोजन भी किया । इसके अलावा किसान संघ,आंगनबाड़ी संघ,कर्मचारी संघ,व्यपारी संघ से भी मिलकर सुझाव लेकर पार्टी की कोशिश है कि ऐसा कोई भी वर्ग न बचे, जिससे घोषणापत्र के लिए उसका सुझाव न लिया गया हो।
कांग्रेस हाईकमान से घोषणापत्र बनाने की जिम्मेदारी मिलने के बाद जिले के प्रबुद्ध वर्ग इंजीनियर, वकील, बड़े व्यापारियों, शिक्षक, से सुझाव लिया जा रहा है, तो फुटपाथ पर सामान या सब्जी बेचने वाले छोटे व्यापारी, मजदूर, किसान से उनकी जरुरत पूछी जा रही है।
पार्टी के लोगों का कहना है कि इस माह के अंत तक सभी जिलों का दौरा पूरा हो जाएगा। उसके बाद जनता की जरुरतों और सुझावों को सूचीबद्ध किया जाएगा। सामान्य लगने वाले मुद्दे अलग किए जाएंगे, जो कि पहली प्राथमिकता के साथ घोषणापत्र में शामिल होगे
अंत मे पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कवर्धा जिले में विशेष जन जाति बैगा समुदाय की हालत ठीक नहीं है। उन्हें अब तक वन अधिकार पट्टा नही मिल पाया है ।