नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन में सभी विभागो की होगी समन्वित भागीदारी : कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण
कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर प्रदेश सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट की समीक्षा की
कवर्धा- कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा के अनुरूप एवं प्राथमिकता में शामिल नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन में सभी विभागों की समन्वित भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि इसका अधिक से अधिक लाभ जनसामान्य को मिल सके। कलेक्टर ने इस कार्ययोजना के संबंध में जल संसाधन, कृषि, पशुधन विभाग, उद्यानिकी एवं मनरेगा के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर मूर्त रूप देने के लिए निर्देश दिए। बैठक में विशेष निर्णय भी लिए गए। प्राथमिक चरण में 50 से अधिक गौठान का निर्माण किया जाएगा। जिले के सभी जनपद पंचायत, रूर्बन कलस्टर ग्राम और हमर बाड़ी हमर अजीविका के तहत विकसित क्षेत्रों में यह यह निर्माण किया जाएगा। जिले के छोटे-छोटे नरवा को पुर्नजीवित किया जाएगा।
कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने जिले के सभी जनपद पंचायत सीईओ को ग्राम स्तर पर पशुधन को बढ़ावा देने के लिए गौठान निर्माण हेतु स्थल चयन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नाला, नरवा को पुर्नजीवित करने के लिए कहा है। उन्होने इसके लिए जल संसाधन विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि छोटे-छोटे नालों, नरवा में भूमि जल स्तर को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए चेक डेम को सुधार करने, उसकी विशेष सफाई करने सहित स्टाप डेम के गेट जिसमें सुधार की आवश्कता है, उसे सुधार करने के लिए निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन से ग्रामीण परिवेश को नई दिशा मिलेगी। उन्होने नरवा को पुर्नजीवित करने हेतु जल संसाधन विभाग को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए है। पशुधन को बढ़ावा देने और बेहतर रख-रखाव के लिए ग्राम स्तर पर गौठान का निर्माण किया जाएगा। इस गौठान में पशु के छांव के लिए शेड का निर्माण किया जाएगा, इसके अलावा पेयजल की समूचित व्यवस्था भी की जाएगी। बैठक में बताया गया कि वर्मी कम्पोस्ट टैक, नाडेप कम्पोस्ट टैक, कम्पोस्ट पिट, अजोला टैक, अमृत पानी टैक, गोबर धन टैक सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं भी विकसित किया जायेगा। पशुधन को बढ़ावा देने के लिए ग्राम स्तर पर चारागाह का भी समूचित प्रबंधन किया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए है। ग्राम स्तर पर जैविक खाद्य का निर्माण हेतु गुरूवा का भी निर्माण किया जाएगा। यह गुरूवा गौठान के आसपास ही किया जाएगा। यह सामुदायिक सार्वजनिक गुरूवा के रूप में विकसित किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन के लिए ग्राम स्तर पर ग्राम उत्कर्ष समिति का भी गठन किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन के लिए जनभागीदारी और सामुदायिक सहभागिता की अहम भूमिका होगी। इस समिति में ग्राम पटेल, ग्राम के बुजुर्ग, समाजसेवी, पंच सरपंच गण को शामिल किया जाएगा। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, वनमंडलाधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर, अपर कलेक्टर श्री जीवन किशोर धु्रव एवं राजस्व, कृषि, उद्यानिकीय, पुशधन विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।