पुलिस के जवानों एवं वाहन चालको को नगर पालिका के फायर ब्रिगेड एवं अग्नि शमक यंत्रो के बारें में विस्तार से समझा
नगर सेना कार्यालय मजगांव में डायल 112 के पुलिस अधिकारियों एवं वाहन चालको का तीन दिवसिय कार्यशाला का आयोजन।
पुलिस के जवानों एवं वाहन चालको को नगर पालिका के फायर ब्रिगेड एवं अग्नि शमक यंत्रो के बारें में विस्तार से बताया गया
कवर्धा- सेन्ट्रलाईज्ड कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर सिविल लाईन रायपुर के निर्देशन एवं डाॅ लाल उमेद सिंह पुलिस अधीक्षक कबीरधाम के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री माहेश्वर नाग एवं रक्षित निरीक्षक, उप निरीक्षक अभिनव वर्मा, के नेतृत्व में नगर सेना कार्यालय मजगांव में म्टत् में कार्यरत कर्मचारियों को नगर पालिका कबीरधाम के अग्निशमन विभाग की ओर से मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। कर्मचारियों को आधारभूत जानकारी दी गई। इस मौके पर कबीरधाम अग्निशमन विभाग के नगर सेनानी विजय तिर्की के नेतृत्व में नगर सेना कार्यालय में आयोजित एक फायर फाइटिंग कार्यशाला के दौरान में कार्यरत कर्मचारियों को आग लगने के कारण, तरीके तथा उनपर तात्कालिक कार्यवाही करते हुए कैसे काबू पाया जाए इसकी पूर्ण जानकारी दी गई। साथ ही कर्मचारियों को प्रयोगात्मक तरीके से आग लगाकर उसपर विभिन्न माध्यमों से काबू करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें एलपीजी सिलेंडर, बिजली उपकरण, तेल, कागज, कपड़े इत्यादि से लगने वाले आग तथा उनपर कैसे काबू पाया जाए तथा किन-किन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए यह विस्तारपूर्वक बताया गया। इस अवसर पर उप निरीक्षक सत्येन्द्र सिंह, उप निरीक्षक (टेक्नीशियन) अभिनव वर्मा, नरेन्द्र चन्द्रवंशी टाटा कार्डिनेटर, संतोष कुमार साहू 112 डी.एम., उपस्थित थे।
इसी तरह गन्ना खेत, धान के पैरावट, फसल में आग लग जाने पर उससे बचने और उसे बुझाने के तौर तरीकों का व्यावहारिक ज्ञान दिया। प्रधान अग्निचालक घनश्याम शर्मा, संतोष सिंह, सुरेन्द्र पाण्डे ने बताया कि आग के चार प्रकार हैं। चार प्रकार के आगों की प्रकृति और उसके बुझाने के तरीके और उपकरण अलग-अलग हैं। दस्ते भारत दास मानिकपुरी, बिरबल पाली, दिपक निषाद, नन्द कुमार चन्देल, राजेश बघेल अन्य उपस्थित थे।
चार प्रकार की होती है
1- पहला जनरल फायर कोयला, कपड़ा और कागज की आग इस श्रेणी में आती है। इसे पानी और सीओ-2 एक्सटीगाइजर (अग्निशामक) से बुझाते हैं।
2- दूसरा तेल की आग डीजल, पेट्रोल की आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एक्सटीगाइजर एवं फोम एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।
3- रासायनिक एवं बिजली आग शॉर्ट सर्किट और बिजली से लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एवं सीओ-2 एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।
यह कार्याशाला तीन दिवस दो सिफ्टों में चलाई जा रही है जिसमें जिले के चारों ब्लाॅक एवं सभी थानों में कार्यरत पुलिस के कर्मचारियों एवं चालको को अलग-अलग सिफ्ट में उपस्थित होकर कार्याशाला में भाग ले रहें है।