एक सप्ताह के भीतर नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी का प्रस्ताव तैयार करने के बाद तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त कर शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश
नल-जल योजनाओं का सुचारू संचालन तथा हैंडपम्प मैकनिकों को प्रशिक्षण देने के निर्देश
पेंशन सप्ताह के दौरान प्राप्त आवेदनों के तहत हितग्राहियों को अगले माह से पेंशन भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश
कलेक्टर ने की जनपदवार हितग्राही मूलक एवं मुलभूत कार्यों की प्रगति की समीक्षा
कवर्धा- प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में कार्य योजना शुरू हो गई है। इस संबंध में कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण और जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने सोमवार को जिला कार्यालय के सभा कक्ष में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सहित विभिन्न विभागों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने चारों जनपदों के मुख्यकार्यपालन अधिकारियों को संबंधित विभागों के समन्वय से नालों का संवर्धन एवं छोटे-छोटे जल संरचनाओं का निर्माण,पशुधन विकास के तहत गौठानों का निर्माण,चारागाह विस्तार एवं घुरूवा निर्माण अधिक से अधिक प्रस्ताव तैयार करने और तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त कर शीघ्र कार्य प्रांरभ करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जिले के 82 ग्राम पंचायतों में गौठान निर्माण के प्रस्ताव प्राप्त हुए है। इस कलेक्टर ने पंचायत स्तर पर गौठान निर्माण समिति की बैठक कर चर्चा कर गौठान निर्माण एवं उनके आसपास चारागाह विकास, पानी की व्यवस्था तथा वर्मिंग कंम्पोस्ट के लिए घुरूवा निर्माण के निर्देश दिए। उन्होने सभी गौठानों के पास गुरूवा निर्माण के आलावा जिले में प्रथम चरण में एक हजार पारंम्परिक गुरूवा में पीठ बनाने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए। बाड़ी विकास के लिए उद्यानिकीय विभाग के अधिकारी को तथा नालों के संरक्षण के साथ ही भू-जल स्तर के लिए अधिक से अधिक कुंआ निर्माण एवं प्राकृतिक जल स्त्रोत झिरिया का पक्का बधान के निर्देश।
कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने पेयजल एवं नलजल योजनाओं के सुचारू रूप से संचालन तथा हैंडपम्प मैकनिकों को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। उन्होने जिले के पांच से छह ग्राम पंचायतों को कलस्टर में एक हैण्डपम्प मैकनिक नियुक्त करने तथा उनका मानदेय पंचायतों की मुलभूत राशि से दिलाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गर्मी की मौसम में पेयजल की समस्या नहीं हो इसके लिए अभी से पूरी तैयारी कर ले,यदि किसी क्षेत्र में टैंकर से जलापुर्ति की स्थिति निर्मित होती उसके लिए पहले से प्रस्ताव भेज दें। कलेक्टर ने जिले के ऐसे सभी आंगनबाड़ी स्कूल आश्रम,छात्रावास एंव स्वास्थ्य केन्द्रों जहां शौचालय मरम्त एवं नवीनीकरण होना है,उन्हे मुलभूत की राशि से एक सप्ताह के भीतर शीघ्र कराएं। उन्होने पेंशन सप्ताह के दौरान प्राप्त सभी आवेदनों को ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा प्रांरभिक परीक्षण के बाद 20 फरवरी तक जनपद पंचायतों को भेजने के निर्देश दिए। जनपद पंचायतों द्वारा 28 फरवरी तक अंतिम परीक्षण करने और सभी पात्र हितग्राहियों को अगले माह से पेंशन भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री महेश चन्द्रा, चारों जनपद पंचायत के सीईओ सहित महिला बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय,समाज कल्याण, उद्यानिकी,कृषि,पशुपालन के अधिकारी उपस्थित थे।