कबीरधाम जिले में संस्थागत प्रसव बढ़ाने ‘मिशन जीरो होम डिलीवरी शरू’
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर शुरू की मिशन जीरो होम डिलीवरी
कलेक्टर ने स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक लेकर कार्यक्रमों की समीक्षा की
बैठक मेें कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के पंडरीपानी वनांचल के सेक्टर सुपरवाईर को निलंबित करने के निर्देश दिए
कलेक्टर ने अंधत्व निवारण के लिए डाॅ खरसन और टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के लिए डाॅ बागड़े को नोडल अधिकारी बनाया
कवर्धा- कबीरधाम जिले में सुरक्षित संस्थागत प्रसव का प्रतिशत बढ़ाने के लिए मिशन जीरो होम डिलीवरी 2019 शुरू गई है। कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने आज कलेक्ट्रोरेट कार्यालय के सभा कक्ष में स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने दोनों विभागों के अधिकारियों और मैदानी अमलों को वर्ष 2019 में जिले में शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने का लक्ष्य दिया है। उन्होने शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव का लक्ष्य पूरा करने के लिए मिशन जीरो होम डिलीवरी भी शुरू कर दी है। उन्होने कहा कि शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने वाले सामुदायिक, प्राथमिक और उपस्वास्थ्य केन्द्रों को सम्मानित भी किया जाएगा।
कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत पंजीयन कराने, उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने और स्वास्थ्य केन्द्रों में ही सुरक्षित प्रसव कराने के निर्देश। उन्होंने मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं का पंजीयन कराने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने जिले में सेक्टरवार संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते हुए जिले के सुदूर और वनांचल ग्राम रेंगाखार के स्वास्थ्य विभाग के सेक्टर प्रभारी के कार्यो की सराहना की। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया उन्मूलन, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम और अंधत्व निवारण कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए प्रगति ठीक नहीं होने के कारण नाराजगी भी जाहिर की। कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ गजभिये से टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, और डाॅ. उषा किरण से अंधत्व निवारण कार्यक्रम का प्रभार वापस ले लिया है। इसके स्थान पर क्रमशः टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का बेहतर संचालन के लिए डाॅ आदेश बागड़े और अंधत्व निवारण कार्यक्रम का अतिरिक्त प्रभार डाॅ संजय खरसन को दिया गया है। इसी प्रकार गैर संचारी रोग के लिए डाॅ गौरव को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। मलेरिया कार्यक्रम में प्रगति लाने के लिए बीएमओ डाॅ कुर्रे कड़े निर्देश दिए है। कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते हुए जिले में 75 प्रतिशत से कम सेक्टर प्रभारियों को शो-काॅज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम, मातृ वंदना, बाल संदर्भ कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए इन कार्यक्रमों में प्रगति लाने के लिए महिला स्वसहायता समूहों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए महिला एंव बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों केा निर्देशित किया है। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संचालित होने वाले एनआरसी वार्ड को वातानुकूलित बनाने और वहां दर्ज बच्चों के लिए खेल समाग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एनआरसी वार्ड में दर्ज बच्चों को वजन बढ़ाने के लिए दिन में दो बार दूध और केले के नाश्ते देने लिए निर्देशित किया हैं। उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले के वनांचल ग्रमों में बडे पैमाने पर नेत्र शिविर लगाने के निर्देश दिए है। उन्होने इसके लिए कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए है। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए पंडरिया के वनांचल क्षेत्र पंडरीपानी के सेक्टर सुपरवाईजर को निलंबित करने के लिए विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया है। कलेक्टर ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग में संचालित सभी कायक्रमों की प्रगति की समीक्षा की और प्रगति नहीं होने पर लक्ष्य निर्धारित कर प्रगति लाने के निर्देश भी दिए है। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ गजभिए, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी व डिप्टी कलेक्टर श्री अनिल सिदार, डीपीएम सुश्री नीलू घृतलरे और स्वास्थ्य विभाग के खण्ड चिकित्सा अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ एवं मैदानी अमले के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।