पीएम मोदी को मिले उपहारों की नीलामी शुरू, 500 रुपये के गमछे की लगी 11 करोड़ की बोली
नई दिल्ली – अति महत्वाकांक्षी नमामि गंगे परियोजना के लिए निधि जुटाने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले एक साल में मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी शनिवार को शुरू हुई। पीएम की लोकप्रियता का आलम यह है कि इन उपहारों के लिए लोग हैरान कर देने वाली बोली लगा रहे हैं।
अंगवस्त्रम (गमछा) की बोली 11 करोड़ रुपये लगी है तो पीएसएलवी-सी7 के धातु से बने मॉडल की कीमत एक करोड़ रुपये पहुंच गई। अंगवस्त्रम का मूल्य 500 रुपये और पीएसएलवी-सी7 की कीमत दो हजार रुपये रखी गई थी।
पहले कार्यकाल में मिले उपहारों की भी हुई थी नीलामी
इन उपहारों की नीलामी 3 अक्टूबर तक इंफारमेटिक्स सेंटर (एनआइसी) की वेबसाइट पर की जाएगी। पीएम के तौर पर मोदी के पहले कार्यकाल में मिले उपहारों की नीलामी 27 जनवरी से 9 फरवरी 2019 तक चली थी। 4000 से अधिक उपहारों की नीलामी से मिला पूरा धन नमामि गंगे परियोजना को अर्पित किया गया था। तब सबसे अधिक बोली लकड़ी से बनी बाइक पर पांच लाख रुपये लगी थी।
बोली लगाने से पहले देख भी सकते हैं स्मृति चिह्नों को
पिछली बार लोगों ने ऑनलाइन के साथ नीलामी स्थल इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए) में जाकर बोली लगाई थी। मगर इस बार पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। एनजीएमए में जाकर इन स्मृति चिह्नों को देखा भी जा सकता है। रविवार को ही 100 से अधिक लोग इन्हें देखने पहुंचे। इस बार नीलामी के लिए कुल 2772 उपहार रखे गए हैं जो पीएम को देश में अलग-अलग स्थानों पर प्रवास के दौरान या दिल्ली में देश-विदेश के अतिथियों से मुलाकात में भेंट में मिले।
कीमत तय करने में पारदर्शिता
इस बार सबसे कम कीमत गणेश जी की छोटी सी मूर्ति की रखी गई है, जो 200 रुपये है। अधिकतम कीमत का उपहार 2.5 लाख रुपये का है। इनकी कीमत तय करने में पारदर्शिता का खयाल भी रखा गया है। इसमें कला विशेषज्ञों के साथ केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) का सहयोग भी लिया गया है। नीलामी में गाय-बछड़े की धातु की प्रतिकृति की बोली 51 लाख रुपये लगी है।
इसके साथ-साथ अंगवस्त्रम व पीएसएलवी-सी7 को बोली प्रक्रिया से हटा लिया गया है। नीलामी प्रक्रिया से जुड़े लोगों के मुताबिक फिलहाल बोलियों की जांच की जा रही है। अगर इन्हें संदिग्ध पाया गया तो इन उपहारों की नए सिरे से बोली लगेगी।