भाजयुमो कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगाये गये धारा बिल्कुल अनुचित -संतोष पाण्डेय
सरकार भाजयुमों कार्यकर्ताओं पर लगाये गये धारा वापस लें अन्यथा और व्यापक प्रदर्शन कर सरकार के दमन कारी नीतियों का मुँहतोड़ जवाब देंगे – संतोष पाण्डे
कवर्धा- 24 सितंम्बर को भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा पंडरिया में किसानों के साथ मिलकर किसानों से जुड़े समस्याओं पर आंदोलन किया गया था । जिसमे प्रशासनिक अधिकारी ज्ञापन लेने नही पहुँचे । जब मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय में जाकर ज्ञापन देना चाहा तो उनके विरुद्ध अधिनियम की गैर जमानती धारा लगाकर एफ आई आर पंजी किया गया है ।
सांसद संतोष पाण्डे ने प्रेस वार्ता कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख विंग भारतीय जनता मोर्चा के कार्यकर्ता हमेशा आगे बढ़कर जनता से जुड़े मुद्दे को उठाने का कार्य करती है प्रशासन और शासन को जगाने का कार्य करती है । इसी कड़ी में पंडरिया में किसानों से सम्बंधित लंबित समस्या है जिसमे प्रमुख रूप से गन्ना किसानों का अब तक भुगतान न होना बोनस नही मिलना ,किसानों को कृषि के लिए खेत मे बिजली उपलब्ध न होना, चना का प्रोत्साहन राशि का न मिलना व केंद्र सरकार द्वारा दिये जा रहे किसान संम्मान निधि का नही मिलना था । इन विषयों में हमारे जिले के किसान परेशान थे । ये किसानों के मन की बात थी जिसे अधिकारियों के माध्यम प्रशासन तक पहुंचाने के लिये युवामोर्चा के कार्यकर्ता और किसान ज्ञापन देने गए थे जिसकी सूचना पहले ही दे दी गयी थी ।
पर जिस प्रकार से समस्याओं को दूर करने के बदले प्रदेश अध्यक्ष युवामोर्चा विजय शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ताओं पर धारा लगाया गया ये सर्वथा अनुचित है । सरकार को समीक्षा करनी चाहिए और धाराओं को वापस लेना चाहिए उन्होंने कोई अनैतिक कार्य नही किया है । हमारे कार्यकर्ताओं ने समझाइस देने का सब को रोकने का ही कार्य किया है ।
सरकार समीक्षा कर भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर लगाये धारा को वापस ले । सरकार किसानों से जुड़े मुद्दे पर दमन की नीति अपना कर हमारे कार्यकर्ताओं का मनोबल नही तोड़ सकती । यदि सरकार समीक्षा कर धारा नही हटाती तो फिर से हम धरना और प्रदर्शन करेंगे । इस प्रकार से दमन कारी नीतियों का हम मुँहतोड़ जवाब देंगे । किसान अपने को छला हुआ महसूस कर रही है सरकार अपने वादे पूरे करें अन्यथा फिर से हम प्रदर्शन करेंगे और व्यापक करेंगे ।