कलेक्टर ने पोषण आहार की गुणवत्ता जॉच करने वनांचल क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया
कुकदूर परियोजना, संबंधित पर्यवेक्षक और कोदवागोडान के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को शौकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश
कवर्धा- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के पंडरिया विकासखण्ड के कुकदूर परियोजना के सुदूर एवं वनांचल ग्राम पंचायतों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज बच्चों को कुपोषण और वहां निवासरत महिलाओं को कुपोषण और एनीमिया जैसे गंभीर बिमारियों से मुक्ति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत बच्चों और महिलाओं को पोषण आहार और अतिरिक्त पोषण आहार भी दिए जा रहे है।
कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने शुक्रवार को बैगा एवं आदिवासी बाहूल परियोजना कुकदूर के अंतर्गत संचालित कोदवागोड़ान और सरईसेत के आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने कोदवागोड़ान के आवास पारा में संचालित आंगनबाड़ी क्रमांक दो का औचक निरीक्षण करते हुए वहां बच्चों और महिलाओं को परोसी जा रही गरम पका भोजन की गुणवत्ता की जॉच की। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्रों की व्यवस्था तथा सुचारू रूप से संचालन नहीं पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकार श्री तिवारी को कुकदूर परियोजना अधिकारी सुश्री इंदू तिवारी और संबंधित पर्यवेक्षक तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती अचला पांडेय को शोकॉज नोटिस जारी करने के लिए निर्देश दिए।
कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्रों की व्यवस्था तीन दिनों के भीतर सुधार करते हुए बेहतर ढंग से संचालन करने के निर्देश दिए। यहां बताया गया कि कोदवागोड़ान आवास पारा के आंगनबाड़ी केन्द्र में 55 बच्चे दर्ज है। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं 10 और शिशुवती महिला 8 है। इसी तरह सरईसेत में आंगनबाड़ी केन्द्र दो में 15 बच्चे दर्ज है। निरीक्षण के दौरान 15 बच्चे उपस्थित मिले तथा यहां के व्यवस्था बेहतर होने पर कलेक्टर ने तारीफ भी की। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुख्यमंत्री पोषण आहार के तहत प्रदाए किए जाने वाले पोषण आहार के वितरण तथा महिला एवं बच्चों के वजन तथा अन्य जानकारी अनिवार्य रूप से संधारित किए जाए।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी ने बताया कि कुकदूर परियोजना में विशेष रूप से पोषण आहार संचालन किया जा रहा है। इस परियोजना में 83 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रों में लगभग 150 महिलाओं को एनीमिया के लक्षण पाए गए है, जिन्हें विशेष पोषण आहार के लिए प्रोत्साहित किए जा रहे है। इसके अलावा बच्चों और महिलाओं को गरम पका भोजन भी प्रदाय किए जा रहे है। कलेक्टर ने इसके अलावा छीरपानी में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण कर चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद तिवारी, पंडरिया परियोजना अधिकारी श्री राजेन्द्र गेंदले, श्री एस.एम. शास्त्री सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।