मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत बच्चों को लभान्वित करें- कलेक्टर
प्रत्येक गर्भवती महिलाओं को महतारी जतन योजना के तहत गर्म भोजन प्रदाय सुनिश्चित हो
कलेक्टर श्री शरण ने आज महिला बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं की समीक्षा की
कवर्धा- कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने आज यहां महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त बैठक लेकर इन दोनों विभागों में संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। कलेक्टर श्री शरण ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, महतारी जनत योजना मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होने कहा कि इन दोनों विभागों ऐसे प्राथमिकता वाले योजनाओं संचालित हो रही है, जिनके बेहतर परिणाम के लिए कठोर और साझा प्रसास की जरूरत है। उन्होने कहा कि जिले के आदिवासी बैगा बाहूल विकासखण्ड बोडला, पंडरिया साथ ही कवर्धा और सहसपुर लोहारा विकासखण्ड में चिन्हांकित कुपोषित बच्चे तथा एनिमिया से पीड़ित महिलाओं को मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना का लाभ पहुंचाए। उन्होने कहा कि एक बेहतर कार्ययोजना के साथ हाट-बाजार क्लीनिक सभी प्रमुख बजारों में लगाना सुनिश्चित करें। हाट बाजारों में क्लीनिक लगाने से पहले संबंधित और आपासास के ग्राम पंचातयों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी करना भी सुनिश्चित करें, ताकि हाट-बाजार आने वाले ग्रामीण पुरूष, महिलाओं और उनके साथ आने वाले बच्चों को भी स्वास्थ्य परीक्षण कर इस योजना का लाभ मिल सकें। कलेक्टर श्री शरण ने सेक्टरवार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, महतारी जतन योजना और मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की प्रमुखता से समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
इसके अलावा एजेडे में शामिल वजन त्यौहार 2020 का आयोजन, 8 मार्च से 22 मार्च के मध्य पोषण पखवाड़ा का आयोजन, आधार सीडिंग की वर्तमान स्थिति पर चर्चा, आर.आर.एस. पोर्टल पर प्रतिमाह एमपीआर एन्ट्री, कार्यकर्ता, सहायिकाओं के भरे एवं रिक्त पद की समीक्षा, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनांतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन, आंगनबाड़ी केन्द्रो के लिये भवन निर्माण एवं अन्य सुविधाओं पर चर्चा, वित्तीय वर्ष में प्राप्त आबंटन एवं व्यय पर चर्चा,और स्वास्थ्य विभाग के जननी सुरक्षा योजना, गैर संचारी रोग पखवाड़ा, टीकारण अभियान, डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य बीमा योजना सहित अन्य महत्वपूर्ण योजना तथा कार्यक्रमों की समीक्षा की। बैठक में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुदेश तिवारी, सिविल सर्जन डॉ सुजॉय मुखर्जी, जिला महिला एंव बाल विकास अधिकारी श्री आनंद तिवारी, डीपीएम श्रीमती नीलू घृतलहरे, सहित स्वास्थ्य विभाग के समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, महिला ंव बाल विकास विभाग के समस्त सीडीपीओ, पर्यवेक्षक सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक में महिला एंव बाल विकास विभाग अधिकारी श्री आनंद तिवारी ने बताया कि जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों में दिए जा रहे गर्म भोजन तथा टेक होम राशन से आंगनबाड़ी केन्द्र आने वाले गर्भवती माता, शिशुवती माताओं तथा शून्य से छह वर्ष के बच्चों को अधिकाधिक रूप से लाभान्वित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इन सेवाओं से 89 हजार 921 हितग्राही लाभांवित हो रहे है। यद्यपि महतारी जतन योजनातर्गत लाभांवित गर्भवती माताओं का लभान्वित किया जा रहा है।
जिले की दो विकासखण्डों बोडला और पंडरिया के परियोजना कुकदुर, चिल्फी और तरेगांव जंगल में सप्ताह में दो दिवस तीन से छह वर्ष के बच्चों को एवं एक दिवस गर्भवती माताओं को अतिरिक्त पोषण आहार, अथवा दो केला एवं परियोजना बोड़ला, पण्डरिया एवं कुण्डा में सप्ताह में एक दिवस तीन से छह वर्ष के बच्चों एवं गर्भवती माताओं को पोषण आहार अथवा दो केला का वितरण व बालको द्वारा भी दलदली क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों में लड्डू, केला आदि का वितरण किया जा रहा हैं।
जिले में एक से तीन वर्ष के 8200 कम वजन के बच्चों को लक्ष्यांकित कर आंगनबाड़ी केन्द्रो के माध्यम से जिला खनिज न्यास निधि से गरम भोजन माह फरवरी से दिया जाना शूरू किया गया है। जिले में 1690 गम्भीर एनीमिक महिलाओं को लक्ष्यांकित कर आंगनबाड़ी केन्द्रों में गरम भोजन दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से लगभग 1200 गंभीर एनीमिक महिलाओं की सूची प्राप्त हुई है। जिले में छः पोषण पुर्नवास केन्द्र संचालित है। उन केन्द्रों से कम वजन के अधिक से अधिक बच्चों को भर्ती कराकर बेहतर उपचार किया जा रहा है। बाल संदर्भ योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। कम वजन के बच्चों के घर गृहभेट कर उनके पालकों को परामर्श एवं जागरूक कर बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हेतु प्रयास किया जा रहा है। जनसमुदाय को अभियान से जोड़ने हेतु शिविर तथा जनजागरूकता कार्यक्रमों के माध्य से प्रयास किया जा रहा है। शून्य कुपोषण वाले आंगनबाड़ी केन्द्रो के कार्यकर्ताओं को 26 जनवरी तथा अन्य अवसरो पर सम्मानित किया जाना प्रारम्भ किया गया है। जिले में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में अच्छे पोषण तथा नवजात शिशु की देखभाल हेतु योजनांतर्गत राशि उपलब्ध करायी जा रही हैं। माह के पहले और तीसरे गुरूवार को आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुपोषण चौपाल का आयोजन कर गर्भवती माता उनके परिवार के सदस्यों को जोड़कर उक्त कार्यक्रम को प्रभावी बनाने हेतु कार्य किया जा रहा है।