कबीरधाम

कबीरधाम जिले के अबीमित चना उत्पादक किसानों के लिए अच्छी खबर

असमायिक वर्षा के बाद चना रवि फसल का फिर से होगा सर्वे

कलेक्टर ने कृषि, राजस्व अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली

कवर्धा- कबीरधाम जिले के अबीमित चना उत्पादक किसानों के लिए अच्छी खबर है। जिले में रूक रूक कर हो रही असमायिक वर्षा और मौसम की खराबी की वजह से रवि फसल चना की क्षति का आंकलन के लिए फिर से सर्वे कराया जाएगा। कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने आज यहां इस संबध में जिला कार्यालय के सभा कक्ष में राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में एक माह पहले हुए असमायिक वर्षा तथा ओले गिरने से चना के फसलों को हुए नुकसान की क्षति की भी समीक्षा की। कलेक्टर श्री शरण ने निर्देश देते हुए कहा कि पूर्व सर्वे के आधार पर तहसीलवार जिन अबीमित किसानों के रविफसलों की क्षति पूर्ति प्रकरण राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत तैयार कर लिया गया है, संबंधित किसानों को क्षतिपूर्ति राशि वितरण कराना भी सुनिश्चत कर ले। यहां बताया गया कि फिर से होने वाले सर्वे में जिले के ऐसे किसान भी शामिल हो सकते है, जो पहले की सर्वे में छूट गए थे। कलेक्टर श्री शरण ने प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत बीमित चना फसलों के आंकलन और अबीमित किसानों के तहसीलवार फसलों की क्षति की गहन समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होनें राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों को टीम गठित कर अबीमित चना रवि फसल क्षति का पुनः सर्वे कराने के निर्देश दिए।

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री शरण ने विगत 25 फरवरी को इन दोनों विभाग के अधिकारियांें की बैठक लेकर असमायिक वर्षा तथा ओले गिरने से चना और गेहू के रविफसलों की क्षति का सर्वे कराने के निर्देश दिए थे। तहसीलवार सर्वे रिपोर्ट भी बना ली गई है, लेकिन हाल ही में जिले में रूक-रूक कर वर्षा हो रही है तथा मौसम भी खराब हो रहे है, जिससे रवि फसल चना को और क्षति पहुंचने का अनुमान है।

कलेक्टर श्री शरण ने जिले में लगातार मौसम की खराबी और रूक-रूक कर हो रही वर्षा को देखते हुए चना फसलों के क्षति का पुनः सर्वें कराने के निर्देश दिए है। उन्होने सभी अनुविभागीय अधिकारियों,राजस्व अधिकारियों और कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम गठित कर फिर से सर्वे कराने के लिए कहा है, ताकि जिन किसानों ने अपने रविफसलों का बीमा नहीं कराया है, उन्हे सर्वे रिपोर्ट के बाद उनके फसलों की क्षति प्रतिशत के आधार पर राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा सके। बैठक में बताया गया है कि अबीमित किसानों को रविफसल के क्षति का आंकलन सिंचित और असिचिंत भूमि के आधार पर अलग-अलग प्रकरण तैयार किया जाएगा।

बैठक में कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एमडी डड़सेना ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 413 ग्राम पंचायतों के किसानों ने रविफसल का बीमा कराया है। संयुक्त टीम द्वारा बीमित किसानों के रविफसलों के क्षति का सर्वे रिपोर्ट भी तैयार कर जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य शासन को प्रेषित किया गया है। जिले में 19 हजार 516 किसानों बीमित चना फसल 21 हजार 489 हैक्टेयर को क्षति पहुंची है। यह क्षति 50 प्रतिशत से उपर है। बीमा ईकाई 143 गांव के क्षति की रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन द्वारा से राज्य शासन कोे प्रेषित किया गया हैं। बैठक में बताया गया कि चना फसल कवर्धा तहसील में 173 गांव के 11843, बोडला के 62 गांव के 1782, सहसपुर लोहारा के 178 गांव के 5891 किसानों बीमा कराया है। बीमित किसानों के फसलों का फसल कटाई प्रयोग के बाद अंतिम दावा भूगतान किया जाएगा। बैठक में अपर कलेक्टर श्री जेके ध्रुव, डिप्टी कलेक्टर श्री अनिल सिदार, सर्व अनुविभागीय अधिकारी,राजस्व अधिकारी, कृषि विभाग के एसडीओ सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

 

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