महासमुन्द : कोरोना से रहें, सतर्क बनें सुरक्षित-डॉ. परदल
कोरोना वायरस संक्रमण से बचने और बचाने के लिए
जिला अस्पताल में अद्यतन जानकारी के साथ किया गया मंथन
प्रभारी सीएमएचओ ने लाइव डेमोस्ट्रेशन देकर प्रशिणार्थियों की ली क्लास
महासमुन्द:दुनिया भर में 90 से अधिक देशों में कोरोना वायरस अब विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा महामारी के रूप में घोषित किया जा चुका है। भारत में भी बड़ी संख्या में संदिग्ध मरीजों के साथ कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों में कुछ पीडि़तों के पुष्टि होने के बाद प्रदेश सरकार भी इस दिशा में कड़े कदम उठाए हैं। तथा जिला स्तर पर भी स्वास्थ्य अमले को चौकस किया जा रहा है। जिला अस्पताल में हुई एक विस्तृत परिचर्चा बैठक सह प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल ने अनुभवी चिकित्सकों, स्टाफ नर्स सहित स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने में काम आने वाली पुरानी तकनीक के साथ नए आयामों पर भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। डॉ परदल ने सबसे पहले कोरोना वायरस संबंधित भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया। इसके बाद रखी जाने वाली सावधानियों जैसे हाथ धुलाई से लेकर, सिनेटाइजर के उपयोग और मास्क के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होनें बताया कि वर्तमान में सावधानी और बचाव ही इसका सबसे अहम रास्ता है। इसके लिए साफ-सफाई रखते हुए और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखना अनिवार्य है। मास्क की अनुपलब्धता को लेकर आमजन को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि मास्क उनके लिए अनिवार्य है जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं या संदिग्ध अवस्था में जांच करवा रहे है। इनके द्वारा मास्क का उपयोग किए जाने से अन्य लोगों में संक्रमण का खतरा कम होगा।
जिला अस्पताल में पदस्थ एमडी मेडिसिन चिकित्सक डॉ सुरभि जैन ने नोवेल कोराना वायरस संक्रमण के लक्षण, बचाव और नियंत्रण के संबंध में आवश्यक जानकारी दी उन्होने बताया कि जिले में अब तक एक भी ऐसा प्रकरण नहीं मिला है जिसके कोरोना वायरस से पीडि़त होने की पुष्टि हुई हो। इसलिए प्रशिक्षणार्थियों और आमजन दोनों को चाहिए कि इस संबंध में फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी से प्रभावित न हों और सर्दी, खांसी व कोरोना संबंधित अन्य लक्षणों का अनुभव होते ही तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार के मुताबिक केंद्र व राज्य से मिले निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जिलों के साथ-साथ महासमुंद जिले में भी सतर्क जारी कर दिया गया है। इस तारतम्य कोराना वायरस से बचने व बचाने के लिए बुलेट प्रूफ प्लान भी तैयार किया गया है। जिसमें लगातार प्रशिक्षण कार्यशाला के जरिए चिकित्सकीय अमले को अद्यतन जानकारी व बचाव प्रणाली से लैस किया जा रहा है। जिला अस्पताल में आयोजित कार्यशाला भी इसी कड़ी में संचालित हुई। आगामी समय में भी परिस्थिति अनुरूप उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में प्रभावी सेवाएं निर्बाध रूप से प्रदाय की जाती रहेंगीं। अस्पताल सलाहकार डॉ निखिल गोस्वामी ने बताया कि कार्यशाला में जिले भर से आए चिकित्सा अधिकारियों के साथ स्टाफ नर्स एवं संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रशिक्षण लिया। जिन्हें आवश्यक जानकारी एवं दिशा-निर्देश दिए गए। उल्लेखनीय है कि विगत कुछ दिनों पूर्व ही कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन की अध्यक्षता में हुई कलेक्टोरेट बैठकों के दौरान कुछ अहम फैसले लिए गए थे। जिसके परिपालन में जिला अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनों से युक्त सुरक्षित वार्ड शुरू किया जा चुका है। जिले के अशासकीय चिकित्सालयों में भी 28 आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की जा रही है। ऐसे में बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए जिले में पुख्ता इंतजाम कर लिए गए है। ऐसे में स्वास्थ्य अमले ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे वायरस को गंभीरता से लें और परेशानी होने पर अनाधिकृत या झोला छाप चिकित्सकों और ठगी करने वालों के चक्कर में न पड़ें, क्योंकि गलत परामर्श व उपचार लेने से समस्या जानलेवा साबित हो सकता है।