नारायणपुर : कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक
कोरोना वायरस की रोकथाम व नियंत्रण हेतु हर वो सावधानी बरती जाये, जो आवश्यक हो – कलेक्टर श्री एल्मा
नारायणपुर:कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा की अध्यक्षता में आज जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में हुई। बैठक में कलेक्टर ने जिले के अधिकारियों से कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण ने महामारी का रूप ले लिया है और अब तक विष्व के 100 से अधिक देश प्रभावित हो चुके हैं। इनमें से हमारा देश भारत भी एक है। उन्होंने कहा कि नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए इसके रोकथाम व नियंत्रण के लिए हर वह सावधानी बरती जाये, जो इससे बचने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी है कि विदेशों और दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें जांच हेतु अस्पताल में लाया जाये। अगर वे अस्पताल जाकर जांच करवाने से इंकार करें, तो उन्हें समझायें कि यह जांच उनके लिए और दूसरों के बचाव के लिए जरूरी है। बैठक में डीएफओ श्री डी.के.एस चौहान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रेम कुमार पटेल, अपर पुलिस अधीक्षक श्री जयंत वैष्णव, एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर श्री गौरीशंकर नाग, वैभव क्षेत्रज्ञ, जिला शिक्षा अधिकारी श्री गिरधर मरकाम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री केएस मसराम के अलावा स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री एल्मा ने कहा कि आने वाले दिनो में त्यौहार आदि एवं इस अवसर पर रैली, सभा आदि का आयोजन नहीं करने हेतु आम नागरिकों से आग्रह करें और लोगों को जागरुक करें। कलेक्टर श्री एल्मा ने कहा कि जिलेवासी ऐसे कार्यक्रम आयोजित न करें जिसमें भीड़ एकत्रित होती है। भीड़ वाले क्षेत्रों में कोरोना वायरस के फैलने की संभावना अधिक है। कलेक्टर ने आमजन द्वारा मास्क का उपयोग कैसें करें, मास्क किसकों लगाना चाहिए, उपयोग की अवधि, सही विधि आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने क्वारेंटीन केन्द्र और होम आईसोलेशन हेतु दिये गये दिशा-निर्देशों की विस्तृत रूप से जानकारी दी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने वाला वायरस है। इसके फैलने की संभावना बहुत अधिक है। हमारा मुख्य उद्देश्य इसे फैलने से रोकना है। उन्होंने कहा कि जैसा की आप सभी को पता है कि जिले में धारा 144 लागू है। इसलिए जिले में मेला, मड़ई, बाजार या ऐसी जगह जहां पर ज्यादा भीड़ एकत्रित होगी उन जगहों पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि ऐसी जगहों पर साफ-सफाई का ध्यान रखा जाये। करोना वायरस से जानकारी देने हेतु जिले के मुख्य स्थानों पर हेल्प डेस्क सेंटर बनाया जाये। श्री गर्ग ने जिले में कारोना वायरस से बचाव हेतु किये जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी अधिकारियों को दी।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए.आर गोटा ने कोरोना वायरस के लक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यदि व्यक्ति को बुखार, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना, जुकाम, सीने में जकड़न खासी सिरदर्द, निमोनिया हो तो कोरोना के लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति के खुली जगह में छींकने या खांसने, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, गले लगने से, संक्रमित जगह से संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोय अपनी आंख मुह व नाक को छूने से संक्रमण फैलता हैं। डॉ गोटा ने कोराना वायरस से बचाव के लिए क्या करें और क्या न करें इस बारे में विस्तृत जानकारी दी।