
रायपुर । क्या छत्तीसगढ़ में फिर से लॉकडाउन बढ़ेगा ? प्रदेश के हर नागरिक के मन में यह सवाल उठ रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों ने भी राज्य सरकार सहित जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा रखी है।
फिलहाल, कोरोना को रोकने के लिए विकल्प केवल लॉकडाउन है। क्योंकि लॉकडाउन की वजह से लोग घर पर हैं और इसके कारण संक्रमण की चैन अपने पिक (चरम) पर नहीं पहुंच पा रही है। भले ही कोरोना के मामलों की रफ्तार कम नहीं हो रही है लेकिन अन्य देशों व राज्यों से तुलना करने पर अभी भी हालात बत्तर नहीं हुए हैं।
14 दिन का और बढ़ाया जाना चाहिए लॉकडाउन –
वैज्ञानिकों की मानें तो कम से कम 14 दिन का लॉकडाउन और बढ़ाया जाना चाहिए ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। कोरोना सबसे अधिक भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर फैलता है। कोरोना के नए स्ट्रेन ने दुनिया भर में तबाही मचा कर रखी है। वैज्ञानिक इसे तोड़ने के लिए कोई हल अब तक नहीं निकाल सके हैं, तो उन्हें फिलहाल के लिए लॉकडाउन ही एक रास्ता जिंदगियां बचाने के लिए नजर आता है।
छत्तीसगढ़ में रोजाना 16 हजार मरीज –
प्रदेश में इस समय लॉकडाउन है लेकिन फिर भी रोजाना 16 हजार के करीब या उससे थोड़ा ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि लॉकडाउन ऐसे ही लगे रहना चाहिए, क्योंकि इसके खुलने से कोरोना को अपनी पिक पर पहुंचने का मौका मिलेगा और हालात बेकाबू हो जाएंगे।
लोगों को मानना होगा नियम –
यह समय ऐसा है कि लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा, यदि जिंदगीयां बचानी है तो… कई स्थानों पर लोग नियम उल्लंघन करते नजर आते हैं, जबकि हालात खराब है। जनता को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर भी चलना होगा, यदि इस महामारी के पिक से बचना चाहते हैं तो। वरना वह दिन दूर नहीं है जब भारत को भी अमेरिका जैसी तबाही का सामना करना पड़ सकता है।
राज्य सरकार ने कलेक्टरों को सौंपी लॉकडाउन की जिम्मेदारी –
कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार ने कुछ ही देर पहले कलेक्टरों को अपने जिलों में लॉकडाउन बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंप दी है। कलेक्टर अपने हिसाब से लॉकडाउन बढ़ा सकते हैं। साथ ही शख्ती के साथ कुछ छूट भी दे सकते हैं।
बहरहाल, आंकड़ों को देखते हुए छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन ही सही विकल्प नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन का संकेत पहले ही दे दिया है, क्योंकि उन्होंने कल बैठक में मई-जून का राशन नि:शुल्क देने की बात कही थी।