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राजीव गांधी की दुगली यात्रा को ग्रामीण आज भी याद कर गौरवान्वित महसूस करते हैं : मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के शुभारंभ अवसर पर दुगली के ग्रामीणों से की चर्चा

राजीव ग्राम दुगली और गौरव ग्राम कण्डेल सहित जिले में बह
रही विकास की अविरल धारा

रायपुर-भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर आज प्रदेश में राजीव गांधी किसान न्याय योजना का शुभारम्भ किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जिलों के लोगों से प्रतिक्रिया ली। इसी क्रम में उन्होंने धमतरी जिले के ग्रामीणों से बातचीत की। विशेष तौर पर राजीव ग्राम दुगली व गौरव ग्राम कण्डेल का जिक्र करते हुए मौजूदा सरकार के द्वारा किए गए कार्यों के बारे में पूछा। नगरी विकासखण्ड के ग्राम कौहाबाहरा (दुगली) के जय मां लक्ष्मी महिला स्वसहायता समूह की श्रीमती लता नेताम, जय मां शीतला महिला स्वसहायता समूह मुनईकेरा की श्रीमती नीरा मरकाम सहित इको-टुरिज्म ग्राम जबर्रा के युवक श्री माधव सिंह व गौरव ग्राम कण्डेल के श्री नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री से सीधी बातचीत कर संक्षेप में जिले की उपलब्धियों, गतिविधियों और विकास के बारे में बताया।

वीडियो कॉन्फें्रसिंग के माध्यम से आज दोपहर मुख्यमंत्री श्री बघेल को श्रीमती लता मरकाम ने बताया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी का ऐतिहासिक आगमन उनके ग्राम दुगली में 14 जुलाई 1985 को हुआ था, जहां पर उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजाति कमार की बस्ती में जाकर मड़िया पेज और करू कांदा का स्वाद भी चखा था। उस चिरस्मरणीय पल को ग्रामीण आज भी याद कर गौरवान्वित महसूस करते हैं। उन्होंने आगे बताया कि राजीव जी की जन्मतिथि 20 अगस्त 2019 के दिन दुगली को राज्य सरकार द्वारा अनेक सौगातें देकर ग्रामीणों की बहुप्रतीक्षित मांगों को पूरा किया गया। मौजूदा सरकार के आने के बाद राजीव ग्राम दुगली में विकास अब परिलक्षित हुआ है। श्रीमती नेताम ने मनरेगा योजना को देश की सर्वश्रेष्ठ योजना निरूपित करते हुए इसे ग्रामीण आजीविका का सबसे सशक्त माध्यम बताया। इसी तरह ग्राम जबर्रा से आए युवक श्री माधव सिंह नेताम ने कहा- ‘आपके द्वारा ग्राम जबर्रा को ईको-टुरिज्म‘ क्षेत्र घोषित करने के बाद ग्रामीणों की आजीविका का ठोस जरिया मिला है। पहली बार 5352 हेक्टेयर जंगल का सामुदायिक वन अधिकार प्रदान किया गया है, जहां विभिन्न प्राकृतिक संसाधनों का विकास जिला प्रशासन द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल को श्री माधव सिंह नेताम ने बताया कि उनके ग्राम जबर्रा में देश और विदेश के एक हजार से अधिक सैलानी आकर यहां रूक चुके हैं, जिनमें पोलैण्ड, न्यूजीलैण्ड और आस्ट्रेलिया जैसे विदेशी पर्यटक भी सम्मिलित थे। श्री नेताम ने यह भी बताया कि ग्राम के 20 लोगों की पर्यटन समिति तैयार कर पर्यटकों को विभिन्न जानकारी दी जाती है। उक्त समिति की माध्यम से अब तक डेढ़ लाख रूपए से अधिक की शुद्ध आमदनी हुई। इस पर मुख्यमंत्री ने काफी प्रसन्नता व्यक्त की।
इसी तरह ग्राम पंचायत देवगांव के आश्रित ग्राम मुनईकेरा निवासी श्रीमती नीरा मरकाम ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बताया कि दुगली में संचालित लघु वनोपज प्रसंस्करण केन्द्र से 2524 महिलाएं जुड़कर स्वावलम्बी हो चुकी हैं। यहां पर आंवला, तिखुर पावडर, शहद प्रसंस्करण के अलावा त्रिफला चूर्ण, दोना-पत्तल आदि का निर्माण समूह की महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक कुल 18 लाख का सामान तैयार कर 10 लाख रूपए की आमदनी समूह की दीदियों को प्राप्त हो चुकी है। इसी क्रम में धमतरी विकासखण्ड के गौरव ग्राम कण्डेल के श्री नारायण सिंह ने बताया कि वर्ष 1920 के ऐतिहासिक नहर सत्याग्रह की शुरूआत उनके गांव से हुई थी, जिसके आंदोलन के तौर पर परिणीत करने राष्ट्रपिता महात्मा 21 दिसंबर 1920 को यहां पर आए थे। उन्होंने आगे कहा कि उक्त ऐतिहासिक दिन को अविस्मरणीय बनाने 04 अक्टूबर 2019 से गांधी विचार पदयात्रा कर सत्य, अहिंसा और स्वच्छता का संदेश दिया गया। श्री सिंह ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनके आगमन के पश्चात् ग्राम का कायाकल्प हुआ। नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी सहित राज्य शासन की अनेक योजनाओं का सफल क्रियान्वयन को साकार होते देखा जा सकता है। सभी ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की प्रशंसा करते हुए सरकार की किसान कल्याण नीति की सराहना की।

cgnewstime

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