कांकेर का जवान गणेश कुंजाम शहीद, एक महीने पहले बाॅर्डर पर पोस्टिंग मिली, तब आखिरी बार बात हुई; घर में शादी की तैयारी चल रही थी
कांकेर- लद्दाख के गालवन घाटी में चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प में छत्तीसगढ़ के जवान गणेश कुंजाम शहीद हो गए। कांकेर के कुरुटोला गांव के रहने वाले गणेश की एक महीने पहले ही चीन के बॉर्डर पर पोस्टिंग हुई थी। हिंसक झड़प में गणेश बुरी तरह से घायल हो गए थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। मंगलवार देर शाम कैंप से एक अधिकारी ने जवान के चाचा तिहारू राम कुंजाम को फोन कर इसकी जानकारी दी
परिवार का इकलौता बेटा था गणेश
बेहद गरीब परिवार से आने वाले गणेश कुंजाम ने 12वीं के बाद ही साल 2011 में आर्मी ज्वाॅइन कर ली थी। वह परिवार में इकलौते बेटे थे। शहादत की खबर पर जवान के घर और गांव में मातम पसरा है। घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है। जवान के चाचा तिहारूराम कहते हैं कि आखिरी बार एक महीने पहले गणेश से बात हुई थी। तब बताया था कि उसकी पोस्टिंग चीन बॉर्डर पर हो गई है और वह वहीं जा रहा है।
बार-बार संपर्क का प्रयास किया, बात नहीं हो सकी
ज्वाइनिंग के बाद परिवार की बात नहीं हो पाई। परिवारवालों को सेना की ओर से बताया गया कि गणेश कुंजाम ने वीरगति पाई है। सेना के अफसरों ने बताया है कि गुरुवार शाम तक शहीद जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में भेजा जाएगा।
आखिरी बार आए, तब शादी तय हुई, कहा था- कोरोना के बाद घर आएगा
27 साल के गणेश कुंजाम जब पिछली बार घर आए थे, तो उनकी शादी तय कर दी गई थी। घरवाले शादी की तैयारी भी कर रहे थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते तारीख फाइनल नहीं हो सकी थी। ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले जब बात हुई तो गणेश ने परिवार वालों से कहा था कि वे कोरोना के बाद घर आएंगे। इसके चलते एक बार फिर उनकी शादी को लेकर घर वाले उत्साहित थे, लेकिन उससे पहले ही मौत की खबर आ गई।