बिना मास्क के बाहर आए लोग करते हैं महिला कर्मचारियों से बदसलूकी, कंटेनमेंट जोन के पास ली जा रही सेल्फी
रायपुर-पिछले करीब तीन महीने से कोरोना बीमारी, मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने के ही इर्द-गिर्द इंसानी जिंदगी घूम रही है। मगर अब भी लोग लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे। अकेले रायपुर शहर में हर दिन 100 से 200 लोगों पर मास्क न लगाने पर कार्रवाई हो रही है। 50 के करीब दुकान दारों पर सोशल फिजिकल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया जाता है। यह हालात तब हैं जब हर किसी को इस बारे में पहले से जानकारी है। सड़क पर नगर निगम ने महिला कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगा रखा है। यह बिना मास्क लगाए लोगों पर कार्रवाई करती हैं। इन्हें दिन भर लोगों की बदसलूकी कर सामना करना पड़ता है।
बहाने एक से बढ़कर एक
शहर के कोतवाली थाने के पास लोगों को मास्क ना लगा होने या चेहरा ना ढंका होने पर रोका जाता है। इसके बाद एक से बढ़कर एक बहाने लोग बनाते हैं। जांच में तैनात निखत कुरैशी ने बताया कि लोग हमसे बद्तमीजी करते हैं, सवाल पूछते हैं कि क्यों देंगे चालान, दूसरे को क्यों नहीं रोका, पैदल जाने वालों को रोको । शम्मी बेगम ने बताया कि जांच के दौरान लोग कई बहाने बनाते हैं, जैसे- हॉस्टपीटल से आया हूं, पैसे नहीं हैं दवा खरीद ली, घर में जरूरी काम है, गरीब है कहां से रुपए देंगे, कुछ तो हाथ झटककर भाग जाते हैं। शम्मी ने आगे कहा कि हम तो इस बीमारी के बीच लोगों के लिए ही काम कर रहे हैं, मगर ऐसा व्यवहार हमारे साथ होता है। पिछले दिनों विवाद बढ़ने की स्थिति में तेलीबांधा थाने में शिकायत की गई थी।
कुछ तूफानी करने के चक्कर में ये क्या कर दिया
लोग कंटेनमेंट जोन के पास सेल्फी ले रहे हैं। ऐसी ही एक तस्वीर रायपुर के एसएसपी आरिफ शेख ने अपने ट्वीटर पर शेयर की। उन्होंने तस्वीर के साथ लिखा कि पुरानी बस्ती थाना इलाके में बने कंटेनमेंट जोन में लोग सेल्फी लेने आ रहे हैं। अब इन्हें क्या कहा जाए, जिज्ञासू, बहादुर, मूर्ख या … ?