लॉक डाउन में कोरोना वायरस का फैलाव होगा कम, लोग होंगे जागरूक
छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन को कोरोना नियंत्रण अभियान के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष पांडेय ने बेहद जरूरी और अहम फैसला बताया है। डॉ. पांडेय ने कहा कि संक्रमण एक-दूसरे के संपर्क में आने के बाद तेजी से फैल रहा है। लॉकडाउन में स्थिरता आने की वजह से वायरस कम फैलेगा। पॉजिटिव केस और इनके संपर्क में आए लोग आइसोलेशन में होने की वजह से किसी के संपर्क में नहीं आ सकेंगे। इसके साथ ही लोगों के बीच भी मूवमेंट कम हो जाएगा।
ऐसी स्थिति में कोरोना की चेन तोड़ने और संक्रमण की गति को कम करने में मदद मिलेगी, क्योंकि इससे पहले भी लॉकडाउन लगे होने की वजह से प्रदेश में संक्रमण के फैलाव को रोकने में हम कामयाब हुए थे। डॉ. पांडेय का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति के कांटेक्ट में आए हुए लोगों की हिस्ट्री खंगालने और उसे ट्रैस करने में विभाग को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन लॉकडाउन में कंटेनमेंट जोन एरिया और संपर्क में आए हुए लोगों की टेस्टिंग करने में आसानी होगी।
इसके अलावा आप देख रहे हैं कि संक्रमित की संख्या बढ़ने के बाद भी लोगों में जागरूकता नहीं है, लेकिन लॉकडाउन के बाद उनमें जागरूकता भी आएगी। स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर तैयार है कि प्रदेश में संक्रमण की चेन को तोड़ कोराना पर काबू पाया जा सके।
एक के संपर्क में आने से 20 संक्रमित, तीन पुलिस कर्मी समेत 36 मिले
राजधानी में एक व्यक्ति के संपर्क में आने से 20, वहीं तीन पुलिस कर्मी समेत 36 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इधर पुलिस मुख्यालय में पदस्थ डीआइजी और गृहमंत्री के बंगले में दो महिला कर्मियों के पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग कांटेक्ट हिस्ट्री खंगालने में जुटा हुआ है। इधर संक्रमित पाए जाने के बाद स्पेशन इंवेस्टिगेशन ब्यूरो कार्यालय को सील कर दिया गया है।
बता दें कि रायपुर में अब तक 1172 संक्रमित मिले हैं। इसमें से 545 को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। वहीं 621 मरीजों का इलाज जारी है।