कबीरधाम जिले के तीन सौ से अधिक गुड़ उद्योगों में प्रवासी श्रमिकों के लिए खुला रोजगार के द्वार
श्रम विभाग ने किया 470 श्रमिकों का पंजीयन, 36 प्रकार के योजनाओं के लिए हुए पात्र
महात्मागांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना के तहत 6 हजार से प्रवासी श्रमिक परिवारों को मिला जॉब कार्ड
प्रवासी श्रमिकों रोजगार के सुनहरा अवसर देने रोजगार मेला का आयोजन
कवर्धा- कोविड़-19 कोराना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्य से वापस आए कबीरधाम जिले के कुशल और अकुशल प्रवासी श्रमिकों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुसार रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, रोजगार के नए आयामों की जानकारी देने निजी नियोक्ताओं द्वारा रोजागार के द्वार खोलने के लिए आज कवर्धा के वीर सावरकर भवन में रोजगार मेले का आयोजन किया गया। कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा एवं जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के. ने प्रवासी श्रमिकों को श्रम विभाग द्वारा संचालित श्रम पंजीयन कार्ड वितरण किया गया। साथ ही महात्मागांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के तहत जॉब कार्ड वितरण गया गया। जिले में 6 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक परिवारों को जॉब कार्ड तथा 470 श्रमिकों को श्रम पंजीयन कार्ड वितरण किया गया है। श्रम विभाग में पंजीयन होते ही प्रवासी श्रमिक अब विभाग में संचालित 36 विभिन्न प्रकार के योजनाओं के लिए पात्र हो गए है। रोजगार मेले में जिले में संचालित तीन सौ से अधिक गुड़ उद्योग संचालकों ने प्रवासी सभी कुशल और अकुशल श्रमिकों के लिए बड़े पैमाने पर रोजागर के द्वारा खोल दिए है। गुड़ उद्योग संचालकों ने भरोसा दिलाया है कि उनकी योग्यता और दक्षता के आधार पर रोजगार दिए जाएंगे। श्रमिकों को रहने की भी व्यवस्था दी जाएगी। अन्य राज्यों में जाकर प्रवासी श्रमिकों को मिलने वाली पराश्रमिक राशि भी स्थानीय स्तर पर दी जाएगी।
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भपेश बघेल द्वारा कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों में राज्य में संचालित लघु एंव बड़े उद्योगों के प्रोडक्शन में राज्य में मांग के अनुरूप कमी ना हो इसके लिए विशेष तौर पर प्रयास किए जा रहे है। उन्होने कहा कि जिले में 22 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक अपने घर वापस आए है। सभी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्ेश्य से आज यहां रोजगार मेले का आयोजन किया गया है। उन्होने बताया कि प्रवासी श्रमिको के लिए एक प्लेटफार्म में एक ही स्थान पर उनकी कार्य कुशलता, दक्षता और योग्यता के आधार पर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए यह रोजगार मेला उनके लिए संजीवनी साबित हो सकता है।
जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के ने बताया कि राज्य शासन के मंशानुरूप कलेक्टर के मागदर्शन में जिले के प्रवासी श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने का शुरू कर दिया गया है। जिले के लगभग 6 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक परिवारों को मनरेगा के तहत जॉब कार्ड बनाकर उन्हे गांव स्तर पर रोजगार दिया जा रहा है।
जिला गुड़ उद्योग संघ से कोषाध्यक्ष श्याम वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कबीरधाम जिला कृषि के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता के गन्ना उत्पादक जिले के रूप में कृतिमान स्थापित किया है। यहां राज्य शासन द्वारा संचालित दो शक्कर कारखाना होने के बाद भी निजी तौर पर तीन सौ से अधिक गुड़ उद्योग संचालित है। इन उद्योगों में अन्य राज्यों के श्रमिक काम करने आते है। मार्च माह में लॉकडाउन होने के बाद गुड़ उत्पादक करने में परेशनी हुई। अधिकाश कुशल श्रमिकों ने अपने घर जाने की इच्छा जताई। उन्होने बताया कि गुड़ उद्योग में कुशल और अकुशल दोनों तरह के श्रमिकों की आवश्कता होती है। जिले में अक्टूबर-नवम्बर से गुड़ उद्योग का काम शुरू होता है। अगर श्रमिक काम करने को तैयार है तो उन्हे गुड़ बनाने के प्रशिक्षण भी देने के तैयार है। रोजगार मेले जिले में संचालित गुड़ उद्योग के संचालक, क्रेसर प्लांट संचालक, ़निजी भवन निर्माण एंजेसी, श्रम विभाग,पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रम विभाग, जिला रोजगार विभाग, जिला एवं उद्योग व्यापार केन्द्र के अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।