ऑनलाइन चिटफंड कंपनी के झांसे में 12 हज़ार लोग, शिकायत के संचालक बड़ोदरा से गिरफ्तार
अंबिकापुर- सरगुजा जिले में ऑनलाइन चिटफंड कंपनी के चपेट में 12 हज़ार लोगों से ज्यादा लोग आये है। लोगों की शिकायत के बाद आईजी रतन लाल डांगी के निर्देश में पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने मामले की जांच में एक टीम गठित की थी, जिसने चिटफंड कंपनी के संचालक को बड़ोदरा से गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में टीआर कोशिमा ने बताया है कि आरोपी अशोक आचार्य, जो मूलतः बिहार का रहने वाला है, उसने कोरोना काल में खाली बैठे लोगों से विश वायलेट एप के माध्यम से रूपये डबल करने की स्कीम पर रकम जमा करवाए। संचालक ने शुरुआत में कुछ निवेशकों को रूपये लौटाए भी, लेकिन जैसे ही उसकी कंपनी ने लोगों का भरोसा जीता, वह कंपनी बंद कर फरार हो गया।
एसपी ने बताया कि आरोपी द्वारा शुरुआत में राशि जमा करने वाले निवेशकों को अप्रैल, मई व जून में रिटर्न दिया गया। इधर नए निवेशक जुड़ते थे। पिछले महीने एक दिन में करीब 75 लाख रुपए लोगों ने जमा किए थे। एक साथ जब ज्यादा राशि जमा हो गई तो आरोपी ने कंपनी बंद कर दी। एसपी ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है और अन्य कई आरोपी इसमें जुड़े मिलेंगे। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने बताया कि मार्च में कोरोना संक्रमण से काम बंद होने के दौरान उसने फर्जी चिटफंड कंपनी बनाकर ज्यादा ब्याज देने का प्रलोभन देकर लोगों से पैसा जमा कराने का प्लान बनाया। उसने फिर फर्जी कंपनी की वेबसाइट बनवाई। इसके बाद अपने पैतृक गांव के अभिषेक पांडेय से संपर्क किया। अभिषेक पयोरो कम्यूनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड का संचालक है। पयोरो गेटवे से निवेशकों का पैसा जमा करता था और रिटर्न करता था। इससे लोग झांसे में आते थे।