स्वादिष्ट नारियल की मिठाईयों से महकेगी जीवन की डगर
‘‘बिहान‘‘ की महिलाओं ने मिष्ठान निर्माण व्यवसाय में रखा कदम
कोण्डागांव-
‘यूं तो राष्ट्रीय आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़ी महिला स्वसहायता समूहों ने विगत कई वर्षो से स्वरोजगार एवं आजीविका के नए क्षेत्रो मे पहुंचकर स्वयं को साबित किया है। इन महिलाओं ने आत्मनिर्भरता के ऐसे मार्गो को ढूंढा है जहां पहले उनकी उपस्थिति दर्ज होने की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। इनमें पशुपालन, दोनापत्ती एवं पोषक आहार निर्माण, ईट व्यवसाय, केंटीन संचालन, फेंसिंग तार निर्माण जैसे बीसियों कार्य क्षेत्र हैं। इस क्रम में अब जिला प्रशासन द्वारा अब इन्हीं महिलाओं को मिष्ठान व्यवसाय के रूप में आजीविका का नया संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।‘
चूंकि जिले की जलवायु नारियल की खेती के अनुरूप है और यहां स्थानीय स्तर पर भी नारियल की बहुतायत उपलब्धता होती है। इसके अलावा कोपाबेड़ा स्थित नारियल विकास बोर्ड द्वारा स्थानीय कृषकों को नारियल की खेती के लिये निरंतर प्रोत्साहित किया जाता रहा है। इसके मद्देनजर कोण्डागांव में अब नारियल से बनी स्वास्थ्य वर्धक एवं स्वादिष्ट मिष्ठान बनाने का जिम्मा अब स्वसहायता समूह को दिया जाएगा। वर्तमान में नारियल बोर्ड से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर सुश्री संध्या देवांगन एवं रानी देवांगन द्वारा बिहान की महिला समूह को नारियल की बर्फी, लड्डू एवं केक बनाने का प्रशिक्षण ग्राम बड़ेकनेरा एवं बोलबोला की 30 महिलाओं को दिया जा रहा है। इसके अलावा इन मिठाईयों के निर्माण के पश्चात् उनके विक्रय हेतु बाजार उपलब्ध कराने के लिए भी कार्ययोजना बनाई गई है। महिलाओं का न सिर्फ मिठाई बनाने बल्कि उसके पेकेजिंग और मार्केटिंग के पहलुओं के बारे में भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस दौरान प्रशिक्षु महिलाओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बहुत ही सरल तरीके से नारियल की मिठाईयां बनाने का कार्य यहां सीखने को मिला है और वे सब इस नये कार्य को सीखकर बेहद उत्साहित हैं। और इसे व्यवसाय के रूप में भी अपनाने की इच्छा रखती हैं। ज्ञात हो कि बिहान समूह की महिलाओं को न केवल मिष्ठान बल्कि अचार, चिप्स, चाॅकलेट बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर ने बताया कि नारियल स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद होता है। और सबसे बड़ी खास बात यह है कि नारियल से बनी मिठाईयों में मिलावट की संभावना नहीं होती। जिससे मिलावटी मिठाईयों से बचकर स्वास्थ्य वर्धक मिठाईयों का विकल्प भी जिले के लोगो को मिलेगा। इसके अलावा इस व्यवसाय में जुड़ी महिलाओं के आय में तो वृद्धि होगी ही साथ ही कई लोगों को भी रोजगार प्राप्त होगा। इसके अलावा बिहान के जिला मिशन प्रबंधक विनय सिंह का कहना था कि जिला प्रशासन जिले में नारियल की कृषि को बढ़ावा देने के लिये वृहत योजना पर कार्य कर रहा है। ऐसे में उत्पादित नारियल से बिहान समूह की महिलाओं को रोजगार के नये अवसर दिलाने के मद्देनजर इन्हें अभी से नारियल के विभिन्न उत्पाद बनाने के लिये प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन उत्पादित सामग्रियों को निर्माण के पश्चात् विक्रय के लिये बाजार उपलब्ध कराना भी इस योजना में शामिल है।
कुल मिलाकर मिठाई के जायके में भी रोजगार ढूंढने का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है। और स्वादिष्ट भोजन पकाना तो हर महिला का जन्मसिद्ध अधिकार होता है। और उम्मीद है मिष्ठान व्यवसाय में भी बिहान समूह की महिलाएं सफलता अर्जित करेंगी।