रोज करीब हजार ऑनलाइन ऑर्डर पर डिलीवरी के लिए लड़के कम
रायपुर- लाॅकडाउन की दशा में आबकारी विभाग ने शराब की ऑनलाइन डिलीवरी का विकल्प तो दिया, लेकिन राजधानी से ही रोजाना एक हजार से ज्यादा ऑनलाइन ऑर्डर ने विभाग की मुसीबत खड़ी कर दी है। इतने ऑर्डर से सर्वर बार-बार हैंग हो रहा है, ऑर्डर प्लेस भी हो गया तो डिलीवरी ब्वाय कम पड़ रहे हैं। राजधानी में यह सिस्टम सबसे मजबूत है, इसके बावजूद ऑर्डर के बाद डिलीवरी में 2 दिन तक लग रहे हैं। लोगों को ऑनलाइन आर्डर करने में भी 30-40 मिनट का समय लग रहा है।मोबाइल एप से आर्डर करने में भी कई तरह की तकनीकी दिक्कतें हो रही है। शराब की ऑनलाइन डिलीवरी का जिम्मा शहर की तीन दुकानों तेलीबांधा, टाटीबंध और स्टेशन रोड को दिया गया है। इन दुकानों में भीतर सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक यही काम हो रहा है। राजधानी समेत निगम और बिरगांव एरिया की सभी शराब दुकानें बंद हैं, इसलिए यहां के लोग 50 रुपए डिलीवरी चार्ज देकर ऑनलाइन मंगवा रहे हैं। फिर भी आज के ऑर्डर की डिलीवरी कल शाम तक ही हो पा रही है। अफसरों के मुताबिक स्टाफ नहीं होने की वजह से डिलीवरी में दिक्कत है। राजधानी में आउटर की सभी शराब दुकानें खुली हैं। माना, कूंरा, धरसींवा, तिल्दा-नेवरा, गोबरा-नवापारा जगहों में देशी-विदेशी करीब 20 दुकानें खुली हैं, जहां लोग छिप-छिपाकर पहुंच रहे हैं। ई-पास के इस्तेमाल की भी सूचनाएं मिल रही हैं। कई जगहों पर युवाओं से भी शराब खरीदवाई जा रही है। आउटर में मिली इसी छूट का नतीजा है कि माना के पास बनरसी गांव की दुकान में सुबह से रात तक इतनी भीड़ लग रही थी कि यहां की देशी-विदेशी दोनों दुकानों को 4 अगस्त के लिए बंद करना पड़ा। हालांकि वजह यह बताई गई कि माना में ही कोविड केयर सेंटर खोला गया है, इसलिए इसे बंद करना जरूरी है।
कोरोना की वजह से स्टाफ की कमी
“राजधानी में डिलीवरी ब्वाय कम हैं, इसलिए ऑर्डर सप्लाई करने में कुछ देर हो रही है। ऑनलाइन डिलीवरी शासन के निर्देश पर की जा रही है।”
-अरविंद पटले, उपायुक्त आबकारी