भाजपा नेता की धारदार हथियार से हत्या कर दी, फिर आरोपी ने थाने जाकर कहा- मैंने मर्डर किया
जिले के बिर्रा गांव की घटना, आरोपी दो पत्नियों से झगड़ रहा था
झगड़ा रोकने गए नेता गोपीचंद कर्ष ने आरोपी को थप्पड़ मारा था
जिले के बिर्रा गांव में भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष गोपीचंद कर्ष की हत्या कर दी गई। यह वारदात शनिवार की देर रात हुई। आरोपी शिव लहरे लोगों से झगड़ रहा था। विवाद को रोकने की कोशिश में गोपीचंद की जान चली गई। गोपीचंद की पत्नी डिंपल, पूर्व में इस इलाके की सरपंच थीं। क्षेत्र में जनप्रतिनिधि होने के नाते गोपी मौके पर पहुंचे थे। आरोपी शिव के साथ इनकी बहस होने लगी, गुस्से में गोपी ने शिव को झापड़ मार दिया। शिव इसके बाद यहां से चला गया। मगर कुछ देर बाद लौटा और बांस छीलने वाले हंसिए नुमा हथियार से गोपी पर कई वार कर दिए। खून से लथपथ गोपी की मौके पर ही मौत हो गई।
आरोपी की हैं दो पत्नियां
आरोपी शिव की दो पत्नियां हैं। घर नहीं था, इसलिए कई दिनों से दशहरा मैदान के पास बनी दुकानों में रह रहा था। घटना से कुछ देर पहले इसकी दोनों पत्नियों के बीच जमकर झगड़ा शुरू हो गया। शिव भी उन्हें गालियां दे रहा था। गोपी चंद ने लोगों की शिकायत पर इसे यही सब करने से रोका था। गोपी की हत्या के बाद शिव भाग कर थाने पहुंच गया। हथियार भी उसके साथ ही था। थाने में इसे देखकर पुलिस वाले कुछ समझ पाते तभी इसने कहा कि मैंने गोपीचंद की हत्या की है, गिरफ्तार कर लिजिए। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। घटना स्थल पर पहुुंची टीम को वहां के लोगों ने झगड़े के बारे में बताया। आरोपी शिव से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
कुछ देर पहले ही मनाया था बेटी का जन्मदिन
गोपीचंद की बेटी दामिनी का जन्मदिन था। इसे वह परिवार के साथ सेलिब्रेट कर रहा था। परिजन के साथ रात का खाना खाकर बैठकर सभी बातें कर रहे थे। इतने में गांव के रमेश साहू नाम के शख्स ने फोन किया। रमेश ने गोपी से कहा कि दशहरा मैदान के पास झगड़ा हो रहा है, आप आकर लोगों को समझाएं। गोपी ने कहा कि वो इस वक्त नहीं आ सकता, सुबह इस बारे मे बात करेगा। मगर कुछ देर बाद फिर से गोपी के पास इसी मिन्नत के साथ फोन आया कि वो मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करवाए। इस जगह जाना ही गोपी की मौत का कारण बन गई।