नक्सलियों ने फेंके पर्चे, पिछले दिनों की गई हत्या के पीछे सरकार को बताया जिम्मेदार, एसपी पर भी लगाए आरोप
पुलिस का मुखबीर बताकर 22 जुलाई को दो हत्याएं करने का दावा
एसपी ने कहा- नक्सली सरेंडर से परेशान हैं, सकारात्मक बदलाव हो रहा है
दंतेवाड़ा- जिले में नक्सली और पुलिस आमने सामने हैं। बीते 2 महीने में 70 से ज्यादा इनामी और छोटे नक्सलियों ने सरेंडर किया है। यह नक्सलियों को रास नहीं आ रहा। सरकार की बढ़ती पैठ से नक्सली नाराज हैं। सोमवार को दंतेवाड़ा में एक पर्चा नक्सलियों ने जारी किया। इसमें लिखा गया है कि 22 जुलाई को पोटाली में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की हत्या की है। इनकी मौत की जिम्मेदार नक्सलियों ने सरकार को बताया है। इस पर्चे में किए गए दावे के मुताबिक मारे गए लोगों पर नक्सलियों ने पुलिस का मुखबीर होने का आरोप लगाया है।
यह भी कहा गया है कि घटना के बाद एसपी अभिषेक पल्लव ने झूठी जानकारी दी। पुलिस की तरफ से कहा गया था कि नक्सलियों ने अपने ही साथियों को खिलाफत की वजह से मार दिया। नक्सलियों से इसे लेकर कहा कि मारे गए लोग नक्सली नहीं, पुलिस के मददगार थे। इस पर्चे में विधायक भीमा मंडावी की मौत का भी जिक्र है। इसमें लिखा गया है कि माओवादियों ने उस घटना को अंजाम दिया था। एनआईए आम लोगों को जबरदस्ती गिरफ्तार कर रही है। इस मामले में किसी बादल नाम के व्यक्ति को भी सजा देने की बात पर्चे में लिखी है। यह पर्चा दरभा के नक्सल संगठन के सचिव साईनाथ के नाम पर जारी किया गया है।
पुलिस का जवाब
एसपी अभिषेक पल्लव ने नक्सलियों के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुए सरेंडर्स की वजह से नक्सली परेशान हैं। नक्सल पर्चे में यह भी कहा गया है कि पुलिस लोगों को पैसों का लालच दे रही है। टीचर, बच्चों को पुलिस मोबाइल बांट रही है। इस पर डॉ अभिषेक पल्लव ने कहा कि यह सकारात्मक बदलाव है। पहले नक्सली पुलिस पर लूटपाट का आरोप लगाते थे, अब मोबाइल बांटने का लगा रहे हैं। यह सकारात्मक बदलाव है।