राेज हाे रही 7 हजार कोरोना जांच, 10 हजार जांच का लक्ष्य अभी दूर
10 अगस्त को हुई थी सर्वाधिक 9312 सैंपलों की जांच
7 मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर व 16 केंद्रों में ट्रू नॉट मशीन
रायपुर- प्रदेश में रोजाना लगभग 7 हजार सैंपलों की जांच हो रही है। 10 अगस्त को सर्वाधिक 9312 सैंपलों की जांच की गई थी। रोजाना 10 हजार सैंपलों की जांच का लक्ष्य है, लेकिन अभी यह पूरा नहीं हो पा रहा है। जबकि प्रदेश के सात मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर किट व 16 केंद्रों में ट्रू नॉट मशीन से जांच हो रही है। यही नहीं सभी जिलों में एंटीजन किट से जांच हो रही है, जिसकी रिपोर्ट केवल आधे घंटे में आ जाती है। आरटीपीसीआर से जांच की रिपोर्ट 6 से 8 व ट्रू नॉट मशीन की रिपोर्ट 3 घंटे में आती है। साढ़े 5 माह में कुल 3.94 लाख सैंपलों की जांच की गई है। इनमें से 3.3 लाख सैंपलों की जांच आरटीपीसीआर से, 30436 की जांच ट्रू-नाॅट से और 60457 सैंपलों की जांच रैपिड एंटीजन किट से की गई है। बुधवार को 5289 सैंपलों की जांच की गई। प्रदेश में कोरोना का पहला केस 18 मार्च को आया था, लेकिन इसके पहले से सैंपलों की जांच की जा रही है। पहले वायरोलॉजी लैब पुणे व इसके बाद नागपुर सैंपल भेजा जा रहा था। फिर जगदलपुर व बाद में एम्स में जांच शुरू की गई। इसके बाद अब नेहरू मेडिकल कॉलेज, अंबिकापुर, बिलासपुर, राजनांदगांव में वायरोलॉजी लैब में कोरोना की जांच की जा रही है। अंबिकापुर, बिलासपुर व राजनांदगांव में जांच शुरू हुए केवल 15 दिन हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश के 7 मेडिकल कॉलेजों में स्थापित बीएसएल-2 लैब में रोजाना आरटीपीसीआर जांच की कुल क्षमता 4500 है। वहीं विभिन्न जिलों के 16 केंद्रों में स्थापित ट्रू-नाट मशीनों से रोज 2040 सैंपलों की जांच की जा सकती है। रैपिड एंटीजन किट से भी सभी 28 जिलों में प्रतिदिन 4450 सैंपलों की जांच की जा सकती है। आगामी 8-10 दिनों में सभी जिलों में ट्रू-नाॅट मशीन से सैंपल जांच शुरू होने की संभावना है। इसके लिए लैबों में मशीन स्थापना का काम तेजी से जारी है। प्रदेश के तीन निजी लैबों द्वारा भी सैंपलों की आरटीपीसीआर किट से जांच की जा रही है। वहीं दो अस्पतालों में ट्रू-नाॅट विधि से कोरोना संक्रमण की पुष्टि के लिए सैंपल जांच की अनुमति दी गई है।
कोरोना केयर सेंटर में 21 हजार बेड
बिना व हल्के लक्षण वाले मरीजों के इलाज के लिए 176 काेरोना केयर सेंटर बनाए गए हैं। वहां 20 हजार 750 बेड की व्यवस्था की गई है। इसे 25 हजार तक बढ़ाने का काम शुरू हो गया है। प्रदेश के 30 विशेषीकृत कोरोना अस्पतालों में 3384 मरीजों के इलाज की व्यवस्था है। गंभीर मरीजों के लिए यहां 479 वेंटिलेटर के साथ 445 आईसीयू और 296 एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) बिस्तर हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित 166 क्वारेंटाइन सेंटर्स में भी 4261 बिस्तर हैं। रायपुर और बिलासपुर के कुछ निजी अस्पतालों को भी काेरोना के इलाज की अनुमति दी गई है।
पिछले सप्ताहभर में कुल जांच
दिनांक – जांच
12 अगस्त – 5289
11 अगस्त – 7834
10 अगस्त – 9312
09 अगस्त – 4749
08 अगस्त – 7100
07 अगस्त – 7176
06 अगस्त – 7431