रायपुर स्थित राजभवन से लेकर बीजापुर के दुर्गम स्थानों तक दिखे हिंद के रंग
विधानसभा में ध्वज लहराया, दंतेवाड़ा में पत्नी-बेटे पॉजिटिव तो घर में दी सलामी
देश अपनी आजादी की 74वीं सालगिरह मना रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में आजादी के जश्न के नए-नए रूप देखने को मिले। कोरोना संक्रमण के चलते सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक है तो पीपीई किट पहनकर ध्वजारोहण किया गया है। रायपुर स्थित राजभवन से लेकर बीजापुर के दुर्गम तक आजादी के रंग बिखरे। वहीं शहीद जवानों के परिवारों का सम्मान भी हुआ।
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में ध्वजारोहण और परेड का निरीक्षण किया। राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय भारत की एकता और भाईचारे का पर्व है।
रायपुर स्थित पुलिस लाइन में हुए मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ध्वजारोहण किया। इस दौरान उन्होंने परेड की सलामी भी ली।
ये तस्वीर दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के घर की है। उन्होंने अपने घर में ही ध्वजारोहण किया। उनकी पत्नी और बेटा भी साथ में मौजूद थे। दोनों कोरोना पॉजिटिव हैं। पूरे परिवार के साथ एसपी घर में ही आइसोलेट हैं।
बिलासपुर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस ने शहीद जवानों के परिवारों का सम्मान किया। एसपी प्रशांत अग्रवाल के नेतृत्व में अलग-अलग टीम बनाकर उनके घर भेजी गईं और वहां सदस्यों को सम्मानित किया गया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधानसभा प्रमुख सचिव चंद्रशेखर गंगराड़े ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष का संदेश पढ़ा। चंद्रशेखर गंगराड़े ने कहा कि कोविड-19 को देखते हुए इस बार आम नागरिकों को प्रवेश नहीं दिया गया है।
ये तस्वीर बिलासपुर स्थित एसईसीएल की है। यहां पर स्वतंत्रता दिवस समारोह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया गया। सिर्फ कुछ लोग ही कार्यक्रम में शामिल हुए।
ये तस्वीर बीजापुर की है। जहां जिला अस्पताल में ड्यूटी कर रहे नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमण के बीच स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। ध्वजारोहण कर जय हिंद के नारे लगाए।