ऑनलाइन ठगी से बचाने के लिए थानेदार 4000 लोगों को रोज भेजते हैं मोबाइल पर मैसेज
बालोद- बालोद जिले के गुंडरदेही थाने में पदस्थ टीआई रोहित मालेकर 4000 से ज्यादा लोगों को रोज मोबाइल पर गुड मॉर्निंग की जगह जागरूकता वाले मैसेज भेजकर अभिवादन करते हैं। ज्यादातर उनका मैसेज ऑनलाइन ठगी पर होता है। वे बीच-बीच में लोगांे को भारतीय कानून और उसकी प्रक्रिया की जानकारी देते हैं ताकि लोगों को कानून की जानकारी रहे। वे सोशल मीडिया में भी जागरूकता अभियान चला रहे हैं। देश-दुनिया में हुई ठगी की घटनाओं की जानकारी शेयर करते हैं और उससे जुड़े रोचक वीडियो भी पोस्ट करते हैं। पिछले 2 साल से टीआई मालेकर लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाने और जागरूक करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। वे रायपुर, दुर्ग में साइबर सेल के प्रभारी भी रह चुके हैं। डेढ़ साल पहले उनका रायपुर से बालोद ट्रांसफर हुआ है।
उन्होंने बताया कि उनके पास रोज कई लोगों का गुड मॉर्निंग मैसेज आता है। कुछ अच्छी शायरी या 4 लाइन लिखकर भेजते हैं। उन्होंने सोचा क्यों न लोगों को कुछ काम की चीज भेजी जाए जिससे उन्हें कुछ जानकारी भी मिले और उनका बचाव भी हो सके। वे रायपुर-दुर्ग समेत कई बड़े शहरों में साइबर सेल में काम कर चुके हैं। उन्होंने देखा कि पढ़े-लिखे लोग भी ठगी का शिकार हो रहे हैं। कई लोग अपने पत्नी-बच्चों को बैंक की जानकारी तक नहीं शेयर करते, वे अनजान व्यक्ति को जानकारी देकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। लोगों की छोटी-छोटी लापरवाही से बड़ा नुकसान हो रहा है। इसलिए उन्होंने ऑनलाइन ठगी को लेकर जागरूकता अभियान शुरू किया।
नारायणपुर से लेकर रायगढ़ के लोगों को मोबाइल पर रोज भेज रहे मैसेज
टीआई मालेकर ने गुंडरदेही के 450 लोगों का वाट्सएप ब्रॉडकास्ट में ग्रुप बनाया है, जिसमें लोगों को सिंगल-सिंगल मैसेज जाता है। वे जहां-जहां पोस्टिंग में रहे, वहां के लोगों के साथ ग्रुप में जुड़े हुए हैं। उन ग्रुप में रोज मैसेज करते हैं। वे नारायणपुर, बस्तर से लेकर रायगढ़, दुर्ग, रायपुर, बालोद समेत कई जगह पर नौकरी कर चुके हैं। सभी जगह के वाट्सएप ग्रुप में जुड़े हुए हैं। वे फेसबुक और इंस्टाग्राम में भी मैसेज पोस्ट करते हैं।
रात में ही टाइप करते हैं मैसेज
टीआई मालेकर ने बताया कि वे एक दिन पहले रात में सोने के पहले मैसेज टाइप कर लेते हैं। वे रात में ही सोच कर चलते हैं कि किस विषय पर मैसेज करना है। वे अब तक एटीएम अपडेट का झांसा, आधार कार्ड लिंक, बीमा का पैसा लौटाने, ऑनलाइन गेम्स के माध्यम से ठगी जैसे कई अपराधोें की जानकारी शेयर कर चुके हैं। वे पहले घटना का तरीका बताते हैं, फिर बचाव का उपाय बताते हैं ताकि लोग ठगों के झांसे में न आ सकें। गिरफ्तारी क्या है, इसके क्या नियम हैं इसकी भी जानकारी वे दे चुके हैं। कुछ दिन पहले बाल शोषण को लेकर भी मैसेज किए थे। जमानत की प्रक्रिया भी बताई थी।
केस: गुंडरदेही के एक कारोबारी ने दो माह पहले उन्हें कॉल करके बताया कि पेटीएम का केवाईसी अपडेट करने के लिए उनके पास कॉल आया था। कारोबारी को उनका मैसेज याद था कि कंपनियों कॉल नहीं करती हैं। वे समझ गए थे कि कॉल फर्जी है। ठग ने कॉल किया है। उन्होंने जानकारी नहीं दी।
केस : रायगढ़ के एक बुजुर्ग का उनके पास कॉल आया था कि उनके मैसेज के कारण ठगी से बच गए हैं। उनके पास बीमा का पैसा दिलाने के लिए कॉल आया था। काॅल करने वाला खुद को बीमा कंपनी का अधिकारी बता रहा था। उन्होंने कॉल करने वाले को फटकार लगाई और कॉल काट दिया।