फंड की कमी से अटका 5 करोड़ की सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण
रायपुर – नगर निगम के पास नूतन चौक स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी बिल्डिंग के निर्माण के लिए फंड नहीं है। जबकि साल भर पहले ही निर्माण की डेडलाइन भी खत्म हो चुकी है। हालांकि दिखावे के तौर पर बाहर के कुछ काम चल रहे हैं। निगम अफसर कह रहे हैं कि कोलकाता के कुछ कर्मचारी लॉकडाउन के दाैरान चले गए थे जो अभी तक नहीं लौटे हैं इस कारण ही काम रुका पड़ा है। जबकि भीतर की कहानी पैसों की कमी की बात बता रही है। दैनिक भास्कर की पड़ताल में पता चला है कि सरकार में सेंट्रल लाइब्रेरी के लिए पहली किस्त में निगम के अधिकारियों को तीन करोड़ रुपए भेजे थे। इसके बाद अब तक इसकी दूसरी किस्त नहीं मिली है। अधिकारियों ने यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट के साथ सरकार को दूसरी किस्त के पैसे के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा है, पर इस बात को बताने से निगम के अधिकारी डर रहे हैं। कारण है कि नूतन चौक पर तैयार करवाए जा रहे सेंट्रल लाइब्रेरी का काम तय समय के साल भर बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। 5 करोड़ की लागत से बन रही इस बिल्डिंग के बाद आने वाले दिनों में इसमें स्मार्ट सिटी योजना के तहत डिजिटल लाइब्रेरी तैयार करवाई जाएगी जिसकी प्रक्रियाएं भी अटकी पड़ी हैं। सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण 4272 वर्गमीटर क्षेत्र में किया जा रहा है। वर्तमान में यहां बिल्डिंग का काम जारी है। डिजाइन का काम रुका हुआ है। इधर ठेकेदार के कर्मचारी मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। काम का जिम्मा ठेकेदार रवि त्रिपाठी को सौंपा गया है। उनके ही मैनेजर यहां का की देखरेख कर रहे हैं।
बाहर के कर्मचारी आकर करेंगे डिजाइन
“लाइब्रेरी निर्माण का काम चल रहा है। डिजाइन का काम अटका है। बाहर के कर्मचारी आएंगे, जिसके बाद इसकी प्रक्रिया बढ़ेगी। इसमें लगभग एक या दो महीने का वक्त और लगेगा।”
– अनुपम तिवारी, ईई, नगर निगम,बिलासपुर
फंड का प्रस्ताव बनाकर भेजा है
“2 दो करोड़ रुपए के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। सेंट्रल लाइब्रेरी के लिए जो बचा हुआ फंड है उसका प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। अभी इस मामले में स्वीकृति नहीं मिल पाई है।”
-अविनाश वापटे, लेखा अधिकारी नगर निगम