तेंदूपत्ता संग्राहकों और किसानों को मिलेंगे 1732 करोड़ से ज्यादा, कोरोना काल में अब तक की सबसे बड़ी राशि का होगा भुगतान
रायपुर- पूर्व पीएम राजीव गांधी की जयंती पर सीएम भूपेश बघेल 20 अगस्त को तेंदूपत्ता संग्राहकों, किसानों और पशुपालकों को सौगात देंगे। यह अब तक कोरोना काल में सबसे बड़ा पेमेंट होगा। सरकार प्रदेश के 11.46 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों, 19 लाख किसानों और पशुपालकों के खातों में 1732 करोड़ से ज्यादा का भुगतान करेगी। इसमें राजीव किसान न्याय योजना की दूसरी किस्त के रूप में 1500 करोड़ और तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को 2018 की प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में 232.81 करोड़ दिए जाएंगे।
इसी तरह 15 अगस्त तक गोबर बेचने वाले पशुपालकों को भी 15 दिन की राशि दी जाएगी।
सीएम हाउस में राजीव जयंती पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम में सीएम भूपेश तेंदूपत्ता संग्राहकों, किसानों व पशुपालकों के बैंक खाते में राशि आरटीजीएस करेंगे। किसान न्याय योजना में 19 लाख किसानों को 5750 करोड़ की अनुदान राशि दी जा रही है। पहली किस्त के रूप में 1500 करोड़ 21 मई को दिया गया था। दूसरी किस्त की राशि 20 अगस्त को दी जाएगी। इसी तरह 114 ब्लॉक के अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2018 सीजन में 728 समितियों के 11.46 लाख से ज्यादा तेंदूपत्ता संग्राहकों को 232.81 करोड़ की प्रोत्साहन पारिश्रमिक की राशि वितरित की जाएगी। अधिकतम प्रोत्साहन पारिश्रमिक पाने वाले 10 संग्राहक सदस्यों को सम्मानित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2018 सीजन में 880 प्राथमिक वन समितियों द्वारा 14.85 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया था। संग्रहण पारिश्रमिक की दर 2018 में 2500 रुपए प्रति मानक बोरा थी। तेंदूपत्ता संग्राहकों को 371.15 करोड़ की राशि पारिश्रमिक के रूप में दी गई थी।
728 वन समितियां फायदे में
राज्य में 880 में से 854 समितियों के तेंदूपत्ता का निर्वर्तन निविदा के माध्यम से किया गया है। इनमें से 728 समितियां लाभ की स्थिति में रहीं। तेंदूपत्ता व्यापार से शुद्ध लाभ की 80 प्रतिशत राशि प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में तेंदूपत्ता संग्राहकों को वितरण करने का प्रावधान राज्य की नीति में है। लाभ की स्थिति वाले 728 समितियों के 232.81 करोड़ प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में वितरित किए जाएंगे। ये समितियां 114 ब्लॉक की हैं।