किसानों और गोबर विक्रेताओं को आज 1737 करोड़ रुपये ट्रांसफर करेंगे सीएम, राहुल और सोनिया गांधी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होंगे शामिल
रायपुर – पूर्व पीएम राजीव गांधी की जयंती पर गुरुवार को सीएम भूपेश बघेल कोरोना काल में प्रदेश के किसानों, तेंदूपत्ता संग्राहकों और गोबर विक्रेताओं को अब तक का सबसे बड़ा 1737 करोड़ का पेमेंट करेंगे। धान, गन्ना और मक्का उत्पादक 19 लाख किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 1500 करोड़ की दूसरी किस्त, गोबर विक्रेताओं को 4.50 करोड़ और तेंदूपत्ता संग्राहकों को 2018 के प्रोत्साहन पारिश्रमिक के 232.81 करोड़ रुपए उनके खातों में ट्रांसफर करेंगे। सीएम हाउस में दोपहर 12.30 बजे आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे। इसमें सभी मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को 5750 करोड़ की अनुदान सहायता राशि दी जा रही है। इसमें पहली किस्त के रूप में 1500 करोड़ रुपए पूर्व पीएम राजीव की पुण्यतिथि पर 21 मई को दी गई थी। जयंती पर इसकी दूसरी किस्त दी जाएगी। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में गोधन न्याय योजना के तहत दो रुपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। इस योजना में 20 जुलाई से 15 अगस्त तक 6.17 करोड़ मूल्य का 3 लाख क्विंटल से ज्यादा गोबर खरीदा जा चुका है। गोधन न्याय योजना का पहला भुगतान 5 अगस्त को 1.65 करोड़ का किया जा चुका है। इस योजना के तहत 2 अगस्त से 15 अगस्त तक खरीदे गए सवा दो लाख क्विंटल गोबर की राशि 4.50 करोड़ का भुगतान विक्रेताओं को उनके खातों में किया जाएगा। प्रदेश के 4377 गौठानों में से 3205 क्रियाशील हैं। यहां गोबर खरीदी हो रही है। राज्य में 1 लाख 1919 पशुपालकों का पंजीयन किया गया है। इनमें से 63 हजार 942 पशुपालक योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। गोबर से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार की जा रही है। इसकी बिक्री 8 रुपए प्रति किलो की दर पर सहकारी समिति के माध्यम से की जाएगी।
11.46 लाख से ज्यादा तेंदूपत्ता संग्राहकों को पेमेंट
प्रदेश के 114 ब्लॉक के अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2018 सीजन में 728 समितियों के 11.46 लाख से ज्यादा तेंदूपत्ता संग्राहकों को 232.81 करोड़ की प्रोत्साहन पारिश्रमिक की राशि वितरित की जाएगी। सीएम बघेल यह राशि सीधे तेंदूपत्ता संग्राहकों के खाते में आरटीजीएस के जरिए ट्रांसफर करेंगे। लाभ की स्थिति वाले 728 समितियों को यह राशि वितरित की जाएगी। जिन संग्राहकों के बैंक खातों का विवरण प्राप्त हो गया है, उनके खाते में यह राशि सीधे एक्सिस बैंक के माध्यम से आरटीजीएस की जाएगी। प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक 2500 रुपए से बढ़ाकर 4000 रुपए प्रति मानक बोरा किया गया है।इसी प्रकार 7 के स्थान पर 31 लघु वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदने की व्यवस्था की गई है।