स्टूडेंट्स को सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म में बतानी होगी मेडिकल और ट्रैवल हिस्ट्री, पहनना होगा थ्री लेयर मास्क
रायपुर – एनआईटी जैसे इंजीनियरिंग संस्थानाें में एडमिशन के लिए जाॅइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) मेन 2020 का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक ऑनलाइन मोड में किया जाएगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन 2020 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। काेराेना संक्रमण काे ध्यान में रखकर एनटीए ने परीक्षा में शामिल हाेने वाले उम्मीदवाराें के लिए खास एडवाइजरी भी जारी की है। सभी उम्मीदवाराें काे सेल्फ डिक्लेरेशन फाॅर्म भरना अनिवार्य हाेगा। इसमें उन्हें मेडिकल और ट्रैवल हिस्ट्री बतानी हाेगी। परीक्षा के लिए खास ड्रेसकाेड भी निर्धारित किया गया है। इसके तहत किसी भी उम्मीदवार काे बड़े बटन वाले कपड़े और माेटे तलवे, हाई हील के शूज और सैंडल पहनने की अनुमति नहीं हाेगी। सभी कैंडिडेट्स काे सेंटर में थ्री लेयर का मास्क दिया जाएगा। वही मास्क पहनकर एग्जाम देना हाेगा। स्टूडेंट हाॅल में सैनिटाइजर की बाॅटल भी ले जा सकेंगे। परीक्षा दो शिफ्ट में सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक ली जाएगी।
सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म में बताना हाेगा कि सर्दी बुखार हुआ है या नहीं…
सेल्फ डिक्लेरेशन फाॅर्म में में कैंडिडेट्स को बताना होगा कि पिछले 14 दिन में उन्हें सर्दी, जुकाम, बुखार और सांस लेने जैसी कोई समस्या थी या नहीं। अगर इनमें से कोई समस्या थी, तो उसके बारे में भी बताना होगा। इसके अलावा पिछले दिनों वह किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए हैं तो यह बताना होगा कि वे क्वारेंटाइन किए गए या नहीं। साथ ही पिछले कुछ महीनाें में अगर किसी देश या राज्य की यात्रा की है तो उसकी जानकारी भी देनी होगी। सेल्फ डिक्लेरेशन फाॅर्म में कैंडिडेट की फोटो, अंगूठे का निशान और पैरेंट्स का हस्ताक्षर होना अनिवार्य रखा गया है। ये फॉर्म एडमिट कार्ड के साथ ही अटैच है।
ये है एनटीए की ओर से जारी की गई एडवाइजरी की खास बातें
- बैठने की जगह, मॉनिटर, की-बोर्ड, माउस, वेब कैमरा, डेस्क और कुर्सी को हर जेईई मेन परीक्षा की शिफ्ट से पहले और बाद में अच्छी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा।
- सेंटर के सभी दरवाजों के हैंडल, सीढ़ी की रेलिंग, लिफ्ट के बटन आदि को भी सैनिटाइज किया जाएगा।
- बॉडी टैम्प्रेचर जांचने परीक्षा केंद्र पहुंचने पर सुरक्षाकर्मी द्वारा हर कैंडिडेट्स की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।
- कैंडिडेट्स को तीन लेयर वाले मास्क एग्जाम सेंटर में दिए जाएंगे। परीक्षा के दौरान वही मास्क पहनना होगा।
- परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले हर उम्मीदवार को वहां उपलब्ध हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथों को साफ करना होगा। इसके बाद ही एग्जाम हाॅल में एंट्री दी जाएगी।
- सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए दो सीटों के बीच गैप रखा जाएगा।
- उम्मीदवारों को जेईई मेन एडमिट कार्ड, आईडी कार्ड, पारदर्शी बॉल प्वाइंट पेन, अपनी पासपाेर्ट फाेटाे, हैंड सैनिटाइजर की मिनी बाॅटल और पानी की पारदर्शी बाॅटल एग्जाम हाॅल में ले जाने की अनुमति होगी।
- बार कोड रीडर के माध्यम से जेईई मेन एडमिट कार्ड की जांच की जाएगी, फिजिकल काॅन्टैक्ट से बचने के लिए मेटल डिटेक्टर के जरिए सभी स्टूडेंट्स की तलाशी ली जाएगी।
- दिव्यांग छात्रों के पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र होना चाहिए और अपना स्क्राइब उन्हें खुद लाना होगा। स्क्राइब को शैक्षणिक प्रमाण पत्रों से संबंधित स्व घोषणा पत्र, कोविड-19 से संबंधित स्वघोषणा पत्र और वैध सरकारी आईडी कार्ड लाना होगा।
- आर्किटेक्चर के स्टूडेंट्स काे ड्राॅइंग टेस्ट के लिए कैंडिडेट्स को खुद का ज्योमेट्री बॉक्स और कलर पेंसिल लाना होगा।
- अक्सर सैकड़ाें पैरेंट्स जेईई के परीक्षा केंद्र के बाहर बच्चे का इंतजार करते नजर आते हैं। काेराेना संक्रमण काे ध्यान में रखकर पैरेंट्स काे परीक्षा केंद्रों पर न रहने की सलाह दी गई है।
- परीक्षा के अंत में सभी उम्मीदवारों को एग्जाम सेंटर में बने कलेक्शन बॉक्स में अपना एडमिट कार्ड और रफ वर्कशीट छोड़नी हाेगी।
- स्टूडेंट अक्सर एग्जाम से पहले ग्रुप बनाकर आपस में बात करते नजर आते हैं। इसे ध्यान में रखकर काेराेना संक्रमण फैलने से राेकने के लिए एग्जाम सेंटर के परिसर में कम से कम 6 फीट की दूरी रखना अनिवार्य किया गया है।
- इस बार एग्जाम शुरू हाेते ही रफ वर्क के लिए पांच रफ शीट स्टूडेंट्स काे दी जाएगी। इससे पहले शुरुआत में सिर्फ एक शीट दी जाती थी। ये शीट भरने पर स्टूडेंट्स काे दूसरी शीट दी जाती थी।