तीन नगरीय निकायों ने स्वच्छता अवार्ड हासिल कर रचा इतिहास
सस्टनेबल डेवलपमेंट कैटेगरी में भिलाई तथा भिलाई चरौदा एवं देश में क्लीनेस्ट सिटी कैटेगरी में पाटन ने देश में प्रथम स्थान लाकर बनाया कीर्तिमान
दुर्ग-आज जारी हुए स्वच्छता अवार्ड में दुर्ग जिले ने इतिहास रच दिया। सस्टनेबल डेवलपमेंट कैटेगरी में भिलाई तथा भिलाई चरौदा पुरस्कृत हुए तथा ईस्ट जोन क्लीनेस्ट सिटी कैटेगरी में पाटन ने स्थान बनाया। इन नगरीय निकायों में स्वच्छता को लेकर जो कार्य लगातार किया गया, उसके परिणामस्वरूप यह स्थिति आई है। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इस उपलब्धि पर तीनों निकायों को बधाई दी है।
भिलाई बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी – स्वच्छ सर्वेक्षण में भिलाई शहर को 3 से 10 लाख वाली जनसंख्या की कैटेगरी में पूरे भारत में बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी का राष्ट्रीय अवार्डध्पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह अवार्ड प्रधानमंत्री जी के स्वच्छ महोत्सव कार्यक्रम के तहत प्राप्त हुआ। कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, महापौर परिषद के सदस्य एवं स्वच्छता प्रभारी लक्ष्मीपति राजू एवं आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी, नोडल अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन तरुण पाल लहरें, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा ने ऑनलाइन बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी का अवार्ड प्राप्त किया। स्वच्छता के मापदंडों पर खरा उतरने के लिए नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर देवेंद्र यादव एवं आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के कुशल मार्गदर्शन में स्वच्छता के निचले स्तर के कर्मचारियों से लेकर सभी अधिकारियों ने कड़ी मेहनत की और शहर की जागरूकता जनता ने अवार्ड दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। निगम ने स्वच्छता के विभिन्न मापदंडों पर विशेष रुप से ध्यान देते हुए कार्य किया है। निगम के महापौर देवेंद्र यादव ने कहा कि भिलाई की जनता हमेशा स्वच्छता के प्रति जागरूक है और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने में अपनी पूर्ण सहभागिता दिखाई है, निगम के अधिकारीध्कर्मचारी सहित, इससे जुड़े सभी लोगों को एवं शहर की जनता को इसके लिए बधाई देता हूं।
कचरा मुक्त शहरों की सूची में शामिल हो चुका है भिलाई मिल चुकी है 3 स्टार रेटिंग- कचरा मुक्त शहरों में भिलाई नगर को सम्मिलित किया जा चुका है तथा भिलाई 3 स्टार रेटिंग प्राप्त कर चुकी है। भिलाई शहर की जनता स्वच्छता के प्रति जागरूक है तभी भिलाई कचरा मुक्त शहर में शामिल हो सका है। स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत निगम प्रशासन ने स्टार रेटिंग एवं वाटर प्लस पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया था। स्वच्छ सर्वेक्षण के महत्वपूर्ण पहलुओं पर काम किया गया। नालियों में कचरा को रोकने के लिए तथा सीधे जल स्रोतों में कचरा न मिले इसके लिए नालियों में जालियां लगाने का कार्य किया गया तथा जीवीपी पाइंट को समाप्त कर सौंदर्यीकरण करने का कार्य किया गया। एसएलआरएम सेंटर में कचरो का पृथकीकरण, घनी आबादी वाले क्षेत्रों की सघन सफाई व डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के अन्तर्गत सभी पैरामीटर को ध्यान में रखते हुए कार्य संपादित किया गया। एसएलआरएम सेंटर की संख्या में भी वृद्धि की जा रही है दो नए एसएलआरएम सेंटर का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा प्राप्त कर चुका है भिलाई- नगर पालिक निगम भिलाई खुले में शौच मुक्त का दर्जा पूर्व से प्राप्त करता आ रहा है और ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा भी इस वर्ष भिलाई निगम ने प्राप्त किया है, खुले से शौच मुक्त बनाने के लिए अधिकारियों ने प्रातः से ही ओडी वाले स्थानों पर नजर रखने का कार्य किया है, जुर्माना वसूली की, शौचालय को अपडेट किया नतीजन भिलाई को ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा प्राप्त हो चुका है।
महापौर श्री देवेंद्र यादव तथा आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के नेतृत्व में सभी के अथक प्रयासों से निगम भिलाई ने पहली बार स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत यह राष्ट्रीय अवार्ड हासिल किया है। इसमें बीएसपी प्रबंधन एवं शहरवासियों ने अहम भूमिका निभाई है।
भिलाई चरौदा में सस्टनेबल डेवलपमेंट कैटेगरी में ईस्ट जोन में दूसरा- भिलाई चरौदा निगम सस्टनेबल डेवलपमेंट कैटेगरी में दूसरे स्थान पर रहा। यहां कमिश्नर कीर्तिमान राठौर ने बताया कि निकाय वर्ष2019 से ही स्वच्छता के क्षेत्र में शानदार कार्य करता आया है। इसके साथ ही यह भी महत्वपूर्ण तथ्य है कि स्थायी रूप से स्वच्छता के लिए बनाये गए सभी मानदंडों में इस निकाय का प्रदर्शन बेहतर रहा है। उन्होंने बताया कि डिस्पोजेबल कचरे के निष्पादन में इस निगम का काम अग्रणी है। कुछ महीने पहले भारत सरकार के सचिव महोदय ने भी यहां डिस्पोसेबल कचरे का निष्पादन देखा था, साथ ही निगम द्वारा की गई अन्य पहल भी देखी थी और इसे काफी सराहा था।