कवर्धा में जिला होमगार्ड को आवंटित जमीन पर कांग्रेस ने कराया राजीव भवन का भूमिपूजन: डॉ रमन सिंह
रायपुर- छत्तीसगढ़ में 20 अगस्त को 22 जिलों में हुई कांग्रेस भवन के शिलान्यास को लेकर भाजपा ने अब कांग्रेस और उसकी सरकार को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने एक ट्वीट में आरोप लगते हुए कहा स्व.राजीव गांधी जी की जयंती पर @INCChhattisgarh ने @RahulGandhi जी से सभी जिलों में ‘राजीव भवन’ निर्माण के लिए भूमिपूजन कराया। लेकिन कवर्धा में जिस जमीन का शिलान्यास कराया वह 2012 में होमगार्ड के भवन के लिए आवंटित थी, उस पर कांग्रेस ने भवन निर्माण के लिए कब्जा कर लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अनुसार कवर्धा, बिलासपुर समेत कई जिलों में ‘कांग्रेस भवन’ निर्माण के लिए आवंटित जमीन पर विवाद है, पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इस बयान से पहली बार पता चला कि रमन सिंह आत्मा-परमात्मा में विश्वास करते हैं। उन्होंने पूछा है कि रमन सिंह जब 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री थे तो उनके कार्यकाल में प्रदेश में बहुत सी हृदय विदारक घटनाएं हुई थीं तब उनकी आत्मा कहां थी और तब क्या उनको परमात्मा का डर नहीं सता रहा था? कभी रमन सिंह जी ने सोचा कि 2013 के बाद झीरम की घटना के बाद जिस तरीके से उन्होंने राज्य सरकार के माध्यम से जांच को बाधित किया, जिस तरीके से भाजपा की केन्द्र सरकार से जांच को बाधित कर रही है उसके बारे में झीरम की शहीदों की आत्माएं क्या सोचती होंगी?
त्रिवेदी के बयान पर भाजयुमो नेता उमेश घोरमोड़े ने कहा कि कांग्रेस को यदि झीरम में शहीद हुए अपने नेताओं और उनके परिजनों की चिंता होती तो जेब में रखा सबूत निकालने अपने मुखिया से कहते। अब तो उनकी अपनी सत्ता है तो फिर जेब में रखे झीरम के वे तमाम सबूत आयोग को देने में वे आनाकानी क्यों कर रहे हैं? झीरम की जांच को किसी निर्णायक निष्कर्ष तक पहुंचाने में अंतर आत्मा की उदासीनता का मकसद क्या है? उन्होंने कहा कि राजनीति छोड़ परमात्मा से डरिए अपने मुखिया से सबूत निकलने कहिए।