एसीआई में कल से शुरू होगी एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी
रायपुर – अंबेडकर अस्पताल के एसीआई में सोमवार से हार्ट के मरीजों की एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी शुरू हो जाएगी। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वीडियाे कांफ्रेंसिंग से नई कैथलैब यूनिट का लोकार्पण किया। यूनिट में देश का तीसरा अत्याधुनिक ईपी लैब स्थापित है। 16 मार्च के बाद एसीआई में एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी बंद थी। इससे हार्ट के मरीजों को निजी अस्पताल जाना पड़ रहा था। नवंबर में एसीआई को तीन साल हो जाएगा। इसके बावजूद कार्डियक सर्जरी विभाग में हार्ट मरीजों की बायपास सर्जरी शुरू नहीं हो पाई है। जरूरी स्टाफ की भर्ती अभी तक नहीं की गई है।
सिंहदेव ने कहा कि नवस्थापित कैथलैब के शुरू हो जाने से हार्ट मरीजों के इलाज में और अधिक सहूलियत होगी। अत्याधुनिक मशीनों से एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी अध्ययन पहले की अपेक्षा तेजी से की जा सकेगी। इससे हार्ट के मरीजों को काफी फायदा होगा। उन्होंने कोरोना काल में डॉक्टरों समेत सभी स्टॉफ को सतर्कता से ड्यूटी करने को कहा ताकि स्वास्थ्य अमले को संक्रमण से बचाया जा सके। अंबेडकर अस्पताल के टेली मेडिसिन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में एसीएस मेडिकल एजुकेशन रेणु पिल्ले, डीन डॉ. विष्णु दत्त, अधीक्षक डॉ. विनित जैन, एनाटॉमी के एचओडी डॉ. मानिक चटर्जी, सीटीवीएस के एचओडी डॉ. कृष्णकांत साहू, कार्डियोलॉजी के एचओडी डॉ. स्मित श्रीवास्तव मौजूद थे। अंबेडकर में लगी कैथलैब यूनिट का साढ़े 3 करोड़ की लागत से अपग्रेडेशन किया गया है।
इसके साथ ही 7 करोड़ की इंट्रा ऑर्टिक बैलून पंप, रेडियो फ्रिक्वेंसी एबिलेशन, इंट्रा कार्डियक इकोकॉर्डियोग्राफ, इंट्रावेस्कुलर अल्ट्रासाउंड फ्रैक्शन फ्लो रिजर्व एवं इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी स्टडीज जैसे एडवांस तकनीक की मशीन लगाई गई है। इनमें से इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी (ईपी), आरएफए यानी रेडियो फ्रीक्वेंसी एबिलेशन मशीन, आईसीई यानी इंट्रा कार्डियक इकोकार्डियोग्राफी मशीन को मिलाकर पूरे भारत का तीसरा ईपी लैब स्थापित किया गया है।
बायपास सर्जरी शुरू नहीं
नवंबर में एसीआई को तीन साल हो जाएगा। इसके बावजूद कार्डियक सर्जरी विभाग में हार्ट मरीजों की बायपास सर्जरी शुरू नहीं हो पाई है। हार्ट लंग मशीन समेत जरूरी उपकरण आ गए हैं, लेकिन कार्डियक एनेस्थेटिस्ट, ट्रेंड परफ्यूजिनिट व फिजिशियन असिस्टेंट की भर्ती नहीं हुई है। इसके अलावा 198 स्टाफ की भर्ती होनी है। यह प्रक्रिया भी शुरू नहीं पाई है। बायपास सर्जरी के लिए दो कार्डियक सर्जन है।