13 हजार बच्चों को परीक्षा केंद्र तक मुफ्त में पहुंचाएगी सरकार,गाड़ियों की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री ने दिए कलेक्टर्स को निर्देश
रायपुर – अब जेईई और नीट की परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स को परीक्षा केंद्रों तक राज्य सरकार पहुंचाएगी। इसे लेकर रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने सभी जिला कलेक्टर्स को बस, मिनी बस, जीप जैसे वाहनों का बंदोबस्त करने को कहा है। हर जिले से बच्चों को को उनके परीक्षा केंद्रों तक ले जाने और वापस लाने का जिम्मा प्रशासन का होगा। स्टूडेंट्स चाहें तो अपने साधन से भी परीक्षा केंद्रों तक पहुंच सकते हैं। इस पहल का फायदा ग्रामीण इलाकों के उन बच्चों को ज्यादा मिलेगा, जिन्हें दूसरे शहरों में परीक्षा के लिए जाना है।
फ्री होगी व्यवस्था, पैरेंट्स भी जा सकेंगे
निर्देश के मुताबिक सभी जिला कलेक्टर इसके लिए जिला नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) और जिला परिवहन कार्यालय (डीटीओ) से इस कोऑर्डिनेट किया जाएगा। प्राइवेट बस ऑपरेटर से बस ली जाएंगी। बच्चों को यह सुविध फ्री मिलेगी। परीक्षा 1 सितम्बर से आयोजित की जा रही है, इसलिए परीक्षार्थियों के लिए बसें 31 अगस्त से चलाई जाएंगी। राज्य में लगभग 13 हजार 500 परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। प्रदेश में इस परीक्षा के लिए 5 केन्द्र बनाए गए हैं।
परीक्षा में शामिल हो रही छात्राओं के साथ उनके एक अभिभावक को भी यात्रा की अनुमति होगी। इस व्यवस्था का पूरा खर्च राज्य शासन द्वारा वहन किया जाएगा। परीक्षार्थियों को वाहन में यात्रा के लिए अपने एग्जाम का प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) दिखाना होगा । मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर्स से यह भी कहा है कि परिवहन व्यवस्था के लिए नियुक्त किए जाने वाले स्थानीय अधिकारियों के मोबाईल नंबर जारी किए जाएं ताकि बच्चे इन नंबरों पर संपर्क कर जानकारी ले सकें। जारी निर्देशों में यह भी कहा गया है कि परीक्षार्थियों की संख्या कम होने पर जीप और मिनी वेन जैसे वाहनों की भी व्यवस्था की जा सकती है।
दूसरी तरफ विरोध भी
बड़ी तादाद में परिक्षार्थी इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। ट्विटर पर सीएम की एक ट्विट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए जेईई और नीट की परीक्षा पर रोक लगाने की मांग की है। छात्र और उनके परिजन सोशल मीडिया में इस बात की चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि कोरोना संक्रमण फैला हुआ है, ऐसे में दूसरे शहरों में यात्रा करने से संक्रमण और फैलने का रिस्क होगा इसलिए परीक्षा ना ली जाए।