कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर हो रहा विवाद, बेरिकेड्स भी हटा रहे हैं लोग
रायगढ़ – मरीजों के साथ ही शहर में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ रही है। इसे लेकर कई जगह विवाद की स्थिति है। वहीं कंटेनमेंट एरिया में अव्यवस्थाएं सामने आ रही है। शहर के बैकुंठपुर, धांगरडीपा, दरोगापारा, कयाघाट, जूटमिल जैसे इलाकों में सिर्फ एक रस्सी या बांस लगाकर छोड़ा गया है। यहां लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। वहां कोई कड़ाई नहीं बरती जा रही है। कई कंटेनमेंट क्षेत्रों में लोग खुद ही बेरिकेड्स हटा रहे हैं। तहसीलदार सीमा पात्रे बताती हैं कि शहर में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिन इलाकों में मरीज अधिक मिले हैं। उन जगहों में पुलिस को कड़ाई बरतने की जरूरत है, इसके लिए एसडीएम ने पुलिस से बातचीत की है। इसके अलावा जिन इलाकों में मरीज अधिक मिलने की संभावना है उसे चिन्हांकित करके पूरे इलाके को कंटेनमेंट किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन लेकिन सब कुछ सामान्य- बैकुण्ठपुर स्थित राम मंदिर के पास दो दिन पहले कोरोना मरीज मिले, इस मोहल्ले में लगातार मरीज मिल रहे हैं। यहां रस्सी बांधकर या बांस लगाकर बेरिकेडिंग की गई है जिसे लोग खुद ही हटाकर आना-जाना कर रहें हैं। ऐसा ही हाल धांगरडीपा का है। एक हफ्ते में इन दोनों इलाके में कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। लेकिन कोई भी सर्तकता नहीं बरती जा रही है।
सड़क ब्लॉक करने पर विवाद, रस्सी बांध की बेरिकेडिंग
शहर के वार्ड 12 में दो दिन पहले कोरोना मरीज मिलने पर पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी पहुंचे। मुख्य सड़क को ब्लॉक करके बेरिकेडिंग की तो लोगों ने विवाद शुरू कर दिया। इसके बाद सभापति जयंत ठेठवार वहां पहुंचकर एसडीएम और पीडब्ल्यूडी के अफसरों से बातचीत की। तब सिर्फ उसी घर के आसपास क्षेत्र में रस्सी बांधी इसके बाद विवाद शांत हुआ। लोगों का कहना था कि कर्मचारी मरीज मिलने के इतने दिन बाद बेरिकेडिंग करने क्यों आए।
लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है जरूरी सामान
दरोगापारा के भी कंटेनमेंट इलाके में अव्यवस्थाएं सामने आ रही है। यहां भी लोग अपनी जरूरतों के सामान लेने के लिए घरों से निकल रहे हैं। इधर वार्ड नंबर 14 के पार्षद अनुपमा शाखा यादव ने बताया कि कंटेनमेंट क्षेत्र होने के बाद वॉलेंटियर्स जरूरी सामान पहुंचाने नहीं आ रहे हैं, जिससे लोगों को जरुरी सामान लेने के लिए घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है।
लगातार मरीज मिलने से कुछ अव्यवस्थाएं हो रही हैं
“बास बल्ली पर्याप्त है, क्षेत्र को कंटनमेंट स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर किया जाता है। लगातार मरीज मिलने से कुछ अव्यवस्थाएं हो रही है, लेकिन इसमें सभी को मिलकर काम करना होगा।”
-युगल किशोर उर्वशा, एसडीएम
मुख्य सड़क को घेरना गलत ^गांजा चौक के पास कंटेनमेंट बनाने को लेकर आसपास के लोगों ने आपत्ति की थी, इसमें मुख्य सड़क पर बेरिकेडिंग सही नहीं है। इसलिए मैंने एसडीएम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बातचीत की थी।” जयंत ठेठवार, सभापति, नगर निगम