शहर के कचरे से खाद की पहली खेप 30 टन की, गीले वेस्ट से रोज बनेगी
रायपुर – रायपुर के कचरे से पहली बार संकरी ट्रेंचिंग ग्राउंड में खाद तैयार कर ली गई है, वह भी 30 टन। संकरी ट्रेंचिंग ग्राउंड में वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरु होने के 72 दिन बाद खाद की पहली खेप तैयार हुई है। इसे बाजार में उपलब्ध करवाया जाएगा। प्रोजेक्ट की शुरुआत की वजह से पहली खेप में 72 दिन लगे। अब शहर के कचरे से खाद की दूसरी खेप 50 दिन में ही तैयार होने लगेगी।
संकरी प्लांट तैयार होने के बाद यहां खाद बनाने का काम 24 जून को शुरू हुआ था। औपचारिकताएं पूरी करने और प्लांट की क्षमता से खाद के उत्पादन में इतना समय लगा। अब रोज लगभग 30 टन खाद बनाने का प्रोसेस चलेगा। निगम अफसरों ने बताया कि पूरे शहर से रोज 500 टन कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड पहुंचता है। इसमें 300 टन गीला और 200 टन सूखा कचरा रहता है। गीले कचरे को खाद बनाने के लिए अलग किया जाता है। सूखे कचरे का कुछ हिस्सा रीसाइकिल होता है, बाकी सीमेंट संयंत्रों में भेजा जा रहा है। इस तरह, अब शहर के शत-प्रतिशत कचरे का निपटारा होने लगा है। निगम अधिकारियों ने बताया कि सकरी प्लांट में रोज बनने वाली गीले कचरे की प्राकृतिक खाद को बाजार में किसानों, आम लोगों को जल्द उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके लिए राज्य शासन के क़ृषि विभाग से फ़र्टिलाइज़र लाइसेंस लेने की प्रक्रिया ठेका कंपनी करेगी।
सुधरेगी रायपुर की रैंकिंग : कचरे से खाद बनने की वजह से अब रायपुर की स्वच्छता रैंकिंग में वृद्धि की उम्मीद है। रायपुर के अब चूंकि प्लांट को ज्यादा कचरे की जरूरत होगी, इसलिए कंपनी शहर से पूरा कचरा उठाएगी।
निगम स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष नागभूषण राव ने कहा कि यह राजधानी रायपुर को स्वच्छ बनाने की दिशा में चल रहे राज्य शासन व रायपुर निगम के सतत प्रयासों को मजबूती देगा।
“शहर के कचरे से खाद तैयार होना हमारे लिए अच्छा है। अब शहर के सफाई इंतजाम और बेहतर हो सकेंगे।”
-एजाज ढेबर, महापौर